गर्भावस्था और प्रसवोपरांत महिलाओं के पोषण पर रहेगा विशेष जोर
अन्नू सोनी की रिपोर्ट
अलीगढ़ । मातृत्व स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के उद्देश्य से गुरुवार से एक कदम सुरक्षित मातृत्व की ओर अभियान का द्वितीय चरण की शुरुआत होगी। इस दौरान गर्भावस्था और प्रसवोपरांत महिलाओं को पोषण पर जोर देने के लिए 1 सितम्बर से 30 सितम्बर तक यह अभियान चलाया जाएगा। सीएमओ डॉ. नीरज त्यागी ने बताया कि हर गर्भवती को आयरन, कैल्शियम, फोलिक एसिड या एल्बेंडाजोल खिलाएंगी, नियमित जांचें करवाने में मदद करेंगी साथ ही एचआरपी मामलों को चिन्हित करेंगी।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि जनपद स्तर से नोडल ऑफिसर नामित कर दिए गए हैं। इसके साथ ही ब्लाक स्तर से चिकित्सा अधीक्षकों को और उनके अधीनस्थ सुपरवाइजर को जानकारी दे दी गई है और जो भी उनके सुपरविजन व मॉनिटरिंग के जरिए फीडबैक प्राप्त होते हैं, तो उन्हें जनपद स्तर पर शेयर करें। ताकि रिपोर्ट करेक्शन के माध्यम से शत-प्रतिशत विभाग के तरीके से सुलभ स्वास्थ्य सेवाएं मातृत्व को दे सकें।
नोडल अधिकारी डॉ. राहुल शर्मा ने बताया कि अभियान में प्रत्येक दिन एएनएम स्वास्थ्य इकाई एवं प्रत्येक रविवार को आने वाली गर्भवती महिला एवं धात्री महिलाओं को उक्त गोलियां प्रदान भी करेंगी। उन्होंने बताया कि ‘एक कदम सुरक्षित मातृत्व’ अभियान गर्भवतियों को आयरन की दवा का सेवन करने के लिए प्रेरित किया जाएगा। इसमें समस्त स्वास्थ्य इकाइयों की ओपीडी/आईपीडी, मुख्यमंत्री जन आरोग्य मेला, प्रधानमंत्री मातृत्व सुरक्षित दिवस व वीएचएनडी सत्र के माध्यम से जन जागरूकता एवं आयरन, कैल्शियम, फोलिक एसिड व एल्बेंडाजोल की गोलियों के वितरण के साथ-साथ स्वास्थ्य व पोषण सेवाएं दी जाएंगी।
जिला कार्यक्रम प्रबंधक एमपी सिंह ने बताया कि जिन गर्भवती महिलाओं का हीमोग्लोबिन 11 से कम है, उनको दिन में दो गोली आयरन व कैल्शियम खाने की सलाह दी जाएगी। एएनएम द्वारा अभियान के दौरान उच्च जोखिम वाली गर्भावस्था (एचआरपी) की पहचान कर तुरंत ही स्वास्थ्य इकाई पर जाने की सलाह दी जाएगी। चिन्हित गर्भवती व धात्री महिलाओं को उसी दिन एएनएम द्वारा ई -कवच पोर्टल पर पंजीकृत कर लिया जाएगा। वीएचएनडी दिवस (बुधवार एवं शनिवार) को चिन्हित अधिक से अधिक एचआरपी के प्रबंधन हेतु अभियान से पूर्व आयरन सुक्रोज की व्यवस्था की गई है।