अन्नू सोनी की रिपोर्ट
अलीगढ़ । रेलवे चाइल्ड लाइन को आरपीएफ थाना अलीगढ़ के एस आई अमित चौधरी द्वारा सूचना दी गयी कि एक बालक प्लेटफार्म नंबर – 3 पर रोता हुआ मिला है । जिसे आरपीएफ द्वारा थाने पर लाकर जीडी दाखिल करा चाइल्डलाइन की सुपुर्दगी में दे दिया गया । इसके उपरांत रेलवे चाइल्ड लाइन परियोजना समन्वयक प्रदीप सिंह मय टीम सदस्य विवेक कुमार व् उत्कर्ष महेश्वरी बालक को चाइल्ड हेल्प बूथ पर लेकर आये ।
बालक से पूछताछ करने पर बालक द्वारा जानकारी दी गयी कि बालक को जनपद गया बिहार से अपरहण करके अलीगढ़ में छोड़ दिया है । बालक के अनुसार वह घर से स्टेशनरी का सामान लेने के लिए निकला था तभी रास्ते में एक वैन आकर रुकी जिसमें कुछ लोग जिन्होंने मुंह पर मास्क लगाया हुआ था, बैठे थे । उन्होंने बालक को जबरदस्ती वैन में बिठाया और रुमाल सुंघा दिया । जिसके उपरांत बालक को अलीगढ़ रेलवे स्टेशन पर होश आया और वो स्टेशन की तरफ भाग कर आया । जहाँ उसने आरपीएफ को अपने विषय में जानकारी दी ।
चाइल्ड लाइन टीम द्वारा बालक से अधिक जानकारी करने पर ज्ञात हुआ कि बालक छब्बीस जुलाई को शाम सात बजे लगभग घर से लापता हुआ है । साथ ही बालक द्वारा अपने पिता का मोबाइल नंबर चाइल्डलाइन टीम को दिया गया । चाइल्डलाइन टीम द्वारा जब बालक के पिता से संपर्क स्थापित किया गया । बालक के पिता के अनुसार बालक का इसी वर्ष आठ फरवरी को भी अपहरण किया गया था जिसका मुकद्दमा पंजीकृत कराया गया था। बालक को वो अपने आसपास सभी रिश्तेदारी में खोज रहे थे । बालक का कोई पता न चलने पर उन्होंने छब्बीस जुलाई को ही मामले की एफआईआर आईपीसी की धारा 363, 366 के अंतर्गत थाना मुफासिल जिला गया बिहार में दर्ज करा दी | थाना पुलिस भी बालक की तलाश सभी जगह कर रही थी ।
चाइल्ड लाइन के निदेशक ज्ञानेंद्र मिश्रा ने बताया कि बालक के परिजनों को अलीगढ़ बुलाया गया तब तक बालक चाइल्ड लाइन की सुपुर्दगी में ही रहा । बालक को चाइल्डलाइन द्वारा परिजनों के साथ बाल कल्याण समिति के समक्ष पेश किया गया । जहाँ समिति द्वारा बालक को पिता व् नाना के सुपुर्द कर दिया गया ।