उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में ज्ञान महाविद्यालय के डी एल एड विभाग व गणित गणित द्वारा महान गणितज्ञ श्रीनिवास रामानुजन के जन्म दिवस पर राष्ट्रीय गणित दिवस मंगलवार को ज्ञान भवन की आई सी टी लैब में उनकी उपलब्धियों को याद करते हुए मनाया गया।प्राचार्य डॉ वाई के गुप्ता ने कहा कि मद्रास विश्वविद्यालय में भारतीय गणितज्ञ श्रीनिवास रामानुजन के जन्म की 125 वीं वर्षगांठ के समारोह के उद्घाटन समारोह के दौरान 22 दिसंबर को राष्ट्रीय गणित दिवस मनाए जाने कि घोषणा की।प्रबंधक मनोज यादव ने कहा कि रामानुजन का आध्यात्म के प्रति विश्वास इतना गहरा था कि वे अपने गणित के क्षेत्र में किये गए किसी भी कार्य को आध्यात्म का ही एक अंग मानते थे। वे धर्म और आध्यात्म में केवल विश्वास ही नहीं रखते थे बल्कि उसे तार्किक रूप से प्रस्तुत भी करते थे। गणित विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ जी जी वार्ष्णेय ने बताया कि रामानुजन खुद से गणित सीखा और अपने जीवनभर में गणित के 3,884 प्रमेयों का संकलन किया। इनमें से अधिकांश प्रमेय सही सिद्ध किये जा चुके हैं। संयोजक अखिलेश कौशिक ने पावर पोइन्ट प्रस्तुति द्वारा बताया कि गणित के सहज ज्ञान और बीजगणित प्रकलन की अद्वितीय प्रतिभा के बल पर बहुत से मौलिक और अपारम्परिक परिणाम निकाले जिनसे प्रेरित शोध आज तक हो रहा है, यद्यपि इनकी कुछ खोजों को गणित मुख्यधारा में अब तक नहीं अपनाया गया है। हाल में इनके सूत्रों को क्रिस्टल-विज्ञान में प्रयुक्त किया गया है। इनके कार्य से प्रभावित गणित के क्षेत्रों में हो रहे काम के लिये रामानुजन जर्नल की स्थापना की गई है।इस अवसर पर डी एल एड संकाय सदस्य शोभा सारस्वत,ललित कुमार सहित डी एल एड प्रशिक्षु उपस्थित रहे।कार्यक्रम का संचालन अखिलेश कौशिक ने किया।
अलीगढ़ से नगर संवाददाता
शेखर सिंह जादौन