उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में 30 नवंबर 2020 प्रातः 7:00 से 9:00 तक कार्तिक पूर्णिमा को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा भयंकर संक्रमण कोरोना के कारण 9 माह से बंद चल रही संघ की शाखाओं को पुनः गायत्री मंत्र,हनुमान चालीसा,सुंदरकांड,व हवन यज्ञ,के साथ महानगर के अनेकों कार्यकर्ताओं ने लगभग 70 संघ स्थानों पर उक्त प्रकार के कार्यक्रम आयोजित किये जो कार्यकर्ताओं ने पूर्ण निष्ठा, विधि-विधान पूर्वक संपन्न कराकर संघ की दैनिक लगने वाली शाखाओं को पुनः आज़ से प्रारंभ किया, जिससे भयंकर कोरोना नामक विषाणु को हराकर हम राष्ट्र निर्माण में अपनी आहुति दे सकें यज्ञ के माध्यम से दूषित वातावरण को भी शुद्ध किया जा सकता है औरअपनी दैनिक लगने वाली शाखा को शुभ कार्य से प्रारंभ किया गया जिसमें मुख्य शिक्षक पर्यंत नगर, महानगर, विभाग कार्यकारिणी के अधिकांश दायित्व वान व सभी स्वयंसेवकों ने भाग लिया। महेश कुमार ने बताया कि इसके साथ ही सिख धर्म के संस्थापक व प्रथम गुरु परमपूज्य गुरु नानक देव जी के चित्र पर पुष्प अर्पित एवं माल्यार्पण कर उनकी जयंती मनाई गई और गुरु नानक देव जी के जीवन पर प्रसंग डालते हुए उनके वारे में बताया गया कि गुरु नानक देव जी का जन्म 24 नवंबर 1469 को ननकाना साहिब जो (वर्तमान में पाकिस्तान में स्थित है) मैं हुआ था जिनकी जयंती आज के दिन कार्तिक पूर्णिमा को मनाई जाती है! गुरु नानक देव जी के बारे में जितना कहा जाए उतना ही कम है गुरु नानक देव जी ने समाज में अनेकों भ्रांतियों को खत्म किया और धर्म प्रचार के लिए उन्होंने अनेकोंनेक विदेश यात्राएं भी की आज संपूर्ण सिख समाज हिंदू समाज उनकी जीवनशैली व विचारधारा को मानकर उनके बताए हुए मार्ग पर चल रहा है क्योंकि उन्होंने संपूर्ण समाज व राष्ट्र की रक्षा हेतु अनेकों कार्य किए गुरु नानक नानक देव जी अपने आप में एक अद्भुत शक्ति थे आज पूरा शिख समाज उनके बताए हुए मार्ग पर चल रहा है जिनकी ख्याति भारत में ही नहीं बल्कि पूरे विश्व में फैली हुई है।इसी क्रम में आज के कार्यक्रम को लेकर कार्यकर्ताओं में बहुत ही जोश और उल्लास था जिन्होंने अपनी पूरी शक्ति और निष्ठा यज्ञ विधि के साथ संपूर्ण समाज को लेकर कार्यक्रमों को आयोजित किया गया।
अलीगढ़ से नगर संवाददाता
शेखर सिंह जादौन