-प्रत्येक गुरूवार को अन्तराल दिवस मनाया जायेगा
-परिवार नियोजन से मातृ मृत्यु दर में 30 प्रतिशत कमी संभव
उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में जनपद स्तर पर परिवार कल्याण कार्यक्रम के अंतर्गत गुरूवार को मलखान सिंह जिला चिकित्सालय के सभागार में हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर तैनात स्टाफ नर्स, ए.एन.एम. और कम्युनिटी हेल्थ आफिसर (सी.एच.ओ) को परिवार नियोजन सम्बन्धी प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण में मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में परिवार नियोजन की भूमिका, गर्भावस्था का सही समय, बच्चों में उचित अंतराल का महत्व एवं परिवार नियोजन के अस्थाई व स्थाई साधनों के विषय में विस्तृत जानकारी दी गई। प्रशिक्षण कार्यक्रम मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ बीपी सिंह कल्याणी की अध्यक्षता में आयोजित किया गया। परिवार नियोजन कार्यक्रम के नोडल अधिकारी व एसीएमओ डॉ एस.पी सिंह ने बताया कि परिवार कल्याण कार्यक्रम के अंतर्गत एएनएम को दिए गए प्रशिक्षण में डब्ल्यूएचओ द्वारा तैयार की गई विशेष वीडियो के माध्यम से मातृ एवं शिशु मृत्यु में परिवार नियोजन की भूमिका, गर्भावस्था के सही समय, परिवार नियोजन साधनों के विषय में जानकारी दी गई। उन्होंने बताया कि ट्रेनिंग को कुल तीन सत्र में पूर्ण किया गया। प्रथम सत्र में एएनएम को मातृ मृत्यु को कम करने में परिवार नियोजन की भूमिका,गर्भावस्था का सही समय और बच्चों में उचित अंतराल,कम उम्र में गर्भावस्था व कम अंतराल पर बच्चे होने के जोखिम ,एनीमिया से गर्भवती महिलाओं में जटिलताओं का बढ़ना,परिवार नियोजन की सेवाओं के लिए अपूरित आवश्यकता (अनमेट नीड) के विषय में जानकारी दी गई। द्वितीय सत्र में प्रसव पश्चात गर्भधारण की संभावना, मासिक चक्र एवं गर्भधारण करने के संभावित दिन, परिवार नियोजन के अस्थाई व स्थाई साधन व उनकी विस्तृत जानकारी को समझाया गया। उन्होंने बताया कि प्रत्येक गुरूवार को अन्तराल दिवस मनाया जायेगा जिसमें परिवार नियोजन पर फोकस होगा व अंतिम सत्र में परिवार नियोजन में परामर्श की भूमिका, परामर्श के सिद्धांत, आपसी बातचीत के कौशल, परामर्श की तकनीक केस स्टडी व परिवार नियोजन परामर्श के अवसर आदि के विषय में भी बताया गया।
नोडल अधिकारी ने बताया कि उत्तर प्रदेश में एक लाख जीवित जन्म पर लगभग 216 माताओं की मृत्यु हो जाती है।परिवार नियोजन द्वारा अनचाहे गर्भ और गर्भ से संबंधित जटिलताओं को कम करके 30 प्रतिशत तक मातृ मृत्यु को रोका जा सकता है। साथ ही परिवार नियोजन विधियों को अपनाकर 10 फीसद शिशुओं को मृत्यु से बचाया जा सकता है।प्रशिक्षण के दौरान सीएमओ बी.पी सिंह कल्याणी, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ एस.पी सिंह, / यूपीटीएसयू के वरिष्ठ परिवार नियोजन विशेषज्ञ मेहरोज तस्लीम सिद्दीकी, जिला स्वास्थ्य शिक्षा एवं सूचना अधिकारी सुरेश सिंह भदौरिया, ब्लॉक छर्रा के चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर अवनेद्रं व लॉजिस्टिक्स मैनेजर फैमिली प्लैनिंग वैभव कुमार आदि मौजूद रहे। ट्रेनिंग में हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर कार्यरत ए.एन.एम को प्रशिक्षण प्रमाण पत्र भी दिया गया ।
अलीगढ़ से चीफ एडिटर
अजय प्रताप चौहान