सेंटर प्वाइंट से नहीं हटेगी गणेश शंकर विद्यार्थी की मूर्ति नगर निगम ऐड़ी से चोटी तक का लगा ले जोर : प्रदीप सारस्वत
नगर निगम की टीम के गणेश शंकर विद्यार्थी जी की मूर्ति हटाये जाने की सूचना पर पहुंचे पत्रकारगण
उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ – स्मार्ट सिटी के नाम सेंटर प्वाइंट चौराहे पर स्थापित श्री गणेश शंकर विद्यार्थी की प्रतिमा को नगर निगम की टीम द्वारा ध्वस्त करने की सूचना पर समस्त पत्रकार जगत में रोष व्याप्त हुआ और नगर निगम के खिलाफ हल्ला बोल दिया। जब सूचना शहर के पत्रकारों को हुई तो अलीगढ़ पत्रकार संघ एवं अलीगढ़ रीजन इलेक्ट्रॉनिक मीडिया एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रदीप सारस्वत के नेतृत्व में दर्जनों पत्रकार सेंटर प्वाइंट चौराहे पर नगर निगम की इस कार्रवाई के विरोध में इकट्ठे हो गए और उन्होंने कहा कि गणेश शंकर विद्यार्थी 26 अक्टूबर 1890 को जन्मे और जिसने आजादी की शुरुआती लड़ाई में हिंदू और मुसलमान दोनों का साथ दिया। पर अंग्रेजों ने भावनाओं से खेलना शुरू किया। धार्मिक भावनाएं भड़काईं. और वो सब होने लगा जो नहीं होना चाहिए था। बंगाल विभाजन के रूप में इसका पहला धमाका देखने को मिला था। 1920 आते-आते बहुत बढ़ गया दंगे होने लगे थे देश भर में सांप्रदायिक हिंसा फैलने लगी। इस हंगामें से एक पत्रकार बेहद परेशान था जो ये सब बर्दाश्त नहीं कर पाया और वो पत्रकार गणेश शंकर विद्यार्थी थे। जिनको हम समस्त पत्रकार आदर्श मानते है। नगर निगम के आयुक्त को चेतावनी दी कि किसी भी सूरत में मूर्ति को उसके स्थान हटाने नहीं दिया जाएगा। अध्यक्ष प्रदीप सारस्वत ने कहा कि नगर निगम की टीम द्वारा मूर्ति को हटाने की सूचना मिली थी। मौके पर पहुंचे तो नगर निगम की टीम नहीं आयी। उन्होंने कहा कि मूर्ति ध्वस्त करने की नगर निगम की तानाशाही किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं होगी। दशकों से सेंटर प्वाइंट पर लगी श्री गणेश शंकर विद्यार्थी जी की मूर्ति चौराहे की शान है, नगर निगम स्मार्ट सिटी में सौंदर्यीकरण के नाम पर लाखों-करोड़ों रुपये पानी की तरह बहा रहा है, परंतु आज भी शहर की धड़कन सेंटर प्वाइंट चौराहे पर लगी गणेश शंकर विद्यार्थी की मूर्ति और वहां की चारदीवारी जीर्णशीर्ण हालत में है। यहां तक कि कूढ़े का अंबार भी मूर्ति के आसपास लगा हुआ है। इतना ही नहीं शहर के लगभग आधे से अधिक महापुरुषों की प्रतिमाएं दयनीय हालत में हैं। उन्होंने चेतावनी दी है कि नगर आयुक्त अपनी तानाशाही छोड़ दें और मूर्ति को वहां से हटाने के बारे में सोचना बंद कर दें। प्रदीप सारस्वत ने बताया कि मूर्ति को ध्वस्त किये जाने का फैसला नगर आयुक्त सत्य प्रकाश पटेल का एकतरफा है। उन्होंने बताया कि इस नगर आयुक्त के इस फैसले पर एसएसपी ने उन्हें आश्वासन दिया है कि वह नगर निगम को फोर्स उपलब्ध नहीं कराएंगे, वहीं एडीएम सिटी ने कहा है कि नगर निगम को मूर्ति को हटाने के लिए कोई भी मजिस्ट्रेट नहीं दिया जाएगा। दोनों उच्चाधिकारियों के आश्वासन के बाद पत्रकारों का रोष शांत हुआ। मौके पर पहुंचने वालों में पत्रकार कल्याण संघ के महामंत्री आरपी शर्मा, सुबोध सुह्रद, विकास भारद्वाज, अभिषेक माथुर, जितेंद्र शर्मा, रंजीत सिंह, निशांत शर्मा, अरुण कुमार, दीपक शर्मा, राजीव राजपूत, चांद खान, शान मियां आदि मौजूद रहे।
अलीगढ़ से जिला
संवाददाता गौरव वर्मा