अलीगढ़ – उत्तर प्रदेश सरकार कोरोना वैश्विक महामारी से निपटने के लिए जनहित मे वह हर कदम उठा रही है, जिससे जल्द से जल्द कोरोना संक्रमित व्यक्ति की पहचान होने के साथ ही संक्रमण की चैन टूट सके। हर संक्रमित व्यक्ति को समुचित बुनियादी सुविधाएं और इलाज उपलब्ध हो इसके लिए मा0 मुख्यमंत्री जी ज़िलाधिकारियों को निरन्तर चिकित्सालयों में बेड्स की संख्या को बढ़ाने के निर्देश दे रहे हैं। प्रत्येक जनपद में कोरोना वायरस की जाँच के लिए प्रयोगशाला स्थापित करने के साथ ही ट्रूनॉट मशीन भी उपलब्ध कराई गईं हैं। हाई रिस्क मरीजों शीध्र स्वास्थ्य लाभ प्राप्त कर अपने घर वापस जा सकें, इसके लिए वेंटिलेटर उपलब्ध कराए गए हैं।मण्डलायुक्त जी एस प्रियदर्शी ने बताया है कि कोरोना तेज़ी से बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिए योगी सरकार ने एक और प्रभावी कदम उठाया है, जिसके जल्द ही सार्थक परिणाम होंगे। उन्होंने बताया कि वैसे तो सभी चिकित्सालयों में कोरोना की जाँच बिल्कुल मुफ्त में की जा रहीं हैं, यदि फिर भी कोई व्यक्ति प्राइवेट लैब से अपनी कोरोना जाँच करवाना चाहता है तो अब उसे 2500 रुपये नहीं देने होंगे। योगी सरकार ने कोरोना के लिए किए जाने वाले टेस्ट के दाम काफी कम कर दिए हैं। सरकार द्वारा इस नए निर्धारित शुल्क से जहाँ मरीजों की जेब पर दवाब कम होगा नए संक्रमित मरीज़ भी अपना कोरोना टेस्ट कराने की हिम्मत जुटा सकेंगे । कमिश्नर प्रियदर्शी ने अपर मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद के पत्र के हवाले से बताया है कि प्राइवेट लैब जोकि अब तक कोरोना की जाँच के लिए 2500 रुपये लेते थे, अब उसकी जाँच के लिए सिर्फ 1600 रुपये का शुल्क सरकार द्वारा निर्धारित किया गया है। मण्डलायुक्त ने बताया कि इस टेस्ट के लिए आवश्यक सामग्री कर दामों मर कमी आने से सरकार ने जनहित में कोरोना की जाँच को भी कम करने का फैसला लिया है। सरकार ने इस फैसले को तत्काल लागू करते हुए सभी जिला मजिस्ट्रेट को निर्देशित किया है कि यदि कोई भी प्राइवेट लैब संचालक सरकार द्वारा कोरोना टेस्ट के लिए निर्धारित शुल्क 1600 रुपये से ज़्यादा वसूल करता है तो उसके विरुद्ध महामारी एक्ट के तहत कड़ी कार्यवाही की जाय। सरकार द्वारा जनहित में उठाये गए इस फैसले का समाज के सभी वर्गों ने स्वागत किया है। कोरोना जाँच की कीमत कम होने से लोग जाँच के लिए अब ज़्यादा संख्या में आएंगे, जो इस वैश्विक महामारी के लिए अत्यंत ही आवश्यक भी है। कमिश्नर जी एस प्रियदर्शी ने आम जनमानस से अपील किया है कि लोग अनावश्यक घरों से बाहर न निकलें, यदि बाहर आना अति आवश्यक है तो अपने चेहरे को मास्क से ढकते हुए सोशल डिस्टेंसिंग का अनिवार्यता के साथ पालन करें। सरकार ने अर्थव्यवस्था को संभालने के लिए लॉक डाउन से छूट दी है, कोरोना संक्रमण से अभी कोई छूट प्राप्त नही हुई है।
अलीगढ़ से जिला
संवाददाता गौरव वर्मा