कानून का पाठ पढ़ाने वाले पुलिसकर्मी उड़ा रहे हैं नियमों की धज्जियां
अलीगढ़ – महानगर में पुलिस रोज ना रोज जनता को नियमों का पाठ पढाते शहर के विभिन्न चौराहे पर नजर आ जाते हैं और सोचने वाली बात यह है कि भारत के संविधान में जो नियम और कायदे कानून आम जनता के लिए बनाई गई हैं। क्या वह पुलिस प्रशासन पर भी कोई कानून लागू होता है या फिर नहीं या फिर जब इन पुलिसकर्मियों की भर्ती होती है। तो इन्हें कानून तोड़ने की कुछ विशेष छूट दिए जाने का कोई प्रावधान होता है। क्योंकि जब से भारत के अंदर कोरोना जैसी महामारी ने दस्तक दी है। तब से अब चाहे ट्रैफिक के नियमों की बात करें या फिर माक्स लगाने की या फिर गाड़ी में पेट्रोल लेने की सभी नियमों के लिए जनता को रात दिन इतना परेशान किया जा रहा है। जिससे लोगों के अंदर एक वह का माहौल बन चुका है। अब तो नौबत यह हो गई है। कि अगर कोई इमरजेंसी कार्य के लिए अगर अपने घर से निकल कर कहीं जाता भी है। तो वह जाने से पहले 10 बार सोचता है। कि मैं जाऊं या ना जाऊं अगर मैं जाता हूं तो कहीं मुझे पुलिस वाले किसी वजह से रुक कर कहीं मेरा किसी प्रकार का कोई चालन ना कर दें। ऐसी ही तमाम घटनाओं को हम रात-दिन टीवी चैनल और समाचार के माध्यम से देखते और सुनते रहते हैं। ऐसा ही एक ताजा मामला सामने आया है । जहां पुलिस अधीक्षक कार्यालय से चंद कदमों की दूरी पर बने तस्वीर महल पेट्रोल पंप पर पुलिस की 112 नंबर गाड़ी चोरी चुपके से एक खुली बोतल में पेट्रोल लेते नजर आ रहे हैं। जहां प्रशासन ने सभी पेट्रोल पंप पर शक्ति से यह नियम लागू कर दिया है कि अगर कोई व्यक्ति खुले में पेट्रोल लेने आता है। तो उसे पेट्रोल ना दिया जाए पर और उन्हें वापस लौटा दिया जाए। पर क्या करें साहब कानून के डंडे का डर ही कितना है। कि सारे नियम और कायदे और कानून सब कुंती पर टंगे रह जाते हैं। यह सब नियम और कानून तो गरीब बेबस जनता के लिए बनाए गए हैं। जिसे गरीब जनता पर कानून का डंडा दिखाकर एक लाइन में हाका जा रहा है। और अपनी जेबे भी गर्म की जा रही है। क्या करें साहेब यह पब्लिक है सब जानती है। यह सारी घटना धर्म समाज महाविद्यालय के हिंदू छात्र नेता हर्षद हिंदू ने अपने मोबाइल पर कैद करके जनता के प्रति हो रहे अन्याय के बारे में जानकारी देने के लिए यह तस्वीर अपने मोबाइल में कैद की है।
अलीगढ़ से जिला
संवाददाता गौरव वर्मा