उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में दिन दहाड़े ग़ाज़ियाबाद में पत्रकार विक्रम जोशी की हत्या के बाद भी क्या ये बोला जाएगा कि हम अब भी उत्तर प्रदेश की मौजूदा सरकार में सुरक्षित हैं। उत्तर प्रदेश में रोजाना की हत्या,लूट ,अपहरण ,बलात्कार ,फिरौती जैसी अनेक घटनाओं के बाद भी क्या महामहीम राज्यपाल अब भी ये ही कहेंगे की उत्तर प्रदेश में आम जनता सुरक्षित है। आज हाल ये है कि कानून के रक्षक मर रहे हैं , जिसको जेल में होना चाहिए वो बाहर आज़ादी से घूम रहे हैं और जिसको नही वो जेल के अंदर हैं ,उत्तर प्रदेश की पीड़ित जनता लोक भवन के सामने आत्मदाह करने पर मजबूर हो रहे हैं ,सत्ता के लोग फिरौती मांग रहे हैं ,गरीबों को अपने प्लाट पर मकान बनाने नही दिया जा रहा ,अपनी भांजी की अस्मत बचाने की पैरवी करने पर हत्या कर दी जाती है ,इसके बाद भी योगी जी की सरकार रामराज की दुहाई देती है।अगर ये रामराज है तो रावण राज कैसा होगा।यदि संविधान का चौथा स्तंभ (पत्रकारिता) की ही हत्या कर दी जा रही हो तो बाबा साहब डॉ भीम राव अम्बेडकर जी का लिखा हुआ संविधान भी आज सुरक्षित नही है वो भी आज खतरे में है। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष आदरणीय श्री अखिलेश यादव जी द्वारा 2 लाख का चेक जोशी जी के परिवार को दिया गया है।हम समाजवादी पार्टी के लोग योगी सरकार से 5000000 रुपये का मुआवजा ,परिवार में एक सदस्य को सरकारी नोकरी एवं उनके बच्चों को निशुल्क शिक्षा की मांग करते हैं।युवजन सभा के पूर्व महानगर अध्यक्ष काशिफ आब्दी ,पूर्व राष्ट्रीय सदस्य अजय चौधरी जी , पूर्व प्रदेश सचिव आदित्य ठाकुर ,सौतम कुमार ,जुनैद ज़मीर ,ज़फर नक़वी ,अबरार अल्वी,धनेंद्र सिंह आदि पदाधिकारी मौजूद रहे।