उत्तर प्रदेश अलीगढ़ आगरा डॉ भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय छात्र सहायता प्रकोष्ठ द्वारा मंगलवार को “छात्र-छात्राओं से संवाद” वेबिनार का आयोजन कुलपति प्रोफेसर अशोक मित्तल की अध्यक्षता में किया गया जिसमें कोविड 19 के कारण लॉक डाउन के दौरान व उसके पश्चात शैक्षणिक स्थितियों,ऑनलाइन पढ़ाई,परीक्षा के आयोजन,मूल्यांकन, परीक्षा परिणाम,राष्ट्रीय सेवा योजना की सामाजिक गतिविधियों व छात्र छात्राओं के प्रश्न सत्र में उनकी समस्याओं व उनके समाधान पर व्यापक चर्चा हुई। कुलपति प्रोफेसर अशोक मित्तल ने कहा कि कोरोना संकट में आ रही चुनौतियों को अवसर में बदलने का समय है।परीक्षाओं को लेकर उन्होंने विद्यार्थियों को आश्वस्त किया कि जो छात्र परीक्षा देने जा रहे है उनको पूरा मौका दिया जाएगा।परीक्षा शासन के निर्देशों पर जुलाई माह में प्रस्तावित है लेकिंन परीक्षाओं अंतिम फैसला छात्र हितों को ध्यान में रखते हुए सामान्य हालात होने, आवागमन साधनों के पर्याप्त सुविधाओं के होने पर ही किया जा जाएगा। उन्होंने कहा कि कुलपति द्वारा छात्र छात्राओं से संवाद के कार्यक्रम नियमित रूप से समय समय पर आयोजित होते रहेंगे ताकि छात्रों की समस्या से अवगत होकर उनका निराकरण छात्र हित में कराया जा सके। कुलपति प्रो मित्तल ने कहा कि लॉक डाउन के बाद शासन के निर्देशों द्वारा जब भी विश्वविद्यालय व महाविद्यालय खोले जाएंगे सभी विद्यार्थियों, प्राध्यापकों, स्टॉफ के लिए मास्क लगाना अनिवार्य होगा,कक्षाओं में पर्याप्त शारीरिक दूरी बनाए रखने,साबुन से हाथ धोने व सेनिटाईजेशन के नियमो का पालन सुनिश्चित किया जाएगा।छात्र पाठ्यक्रम के अनुसार पाठ्य पुस्तकों से अध्ययन करें,सफलता अवश्य मिलेगी।शार्ट कट साधनों का प्रयोग नहीं करें।उन्होंने विश्वविद्यालय के 8 जनपदों के राष्ट्रीय सेवा योजना के 101 से अधिक कार्यक्रम अधिकारियों व ग्यारह हजार से अधिक स्वयंसेवकों द्वारा लॉक डाउन अवधि में किये जा रहे सामाजिक कार्यो की सराहना की। उन्होंने कहा कि सक्रिय एन एस एस स्वयमसेवकों को भी कोरोना वॉरियर्स के नाम से जाना जाएं। विश्वविद्यालय कार्यक्रम समन्वयक राष्ट्रीय सेवा योजना आगरा डॉ रामवीर सिंह चौहान ने बताया कि सभी 8 जिलों में एन एस एस स्वयंसेवकों द्वारा 50 हजार से अधिक मास्क बनाकर वितरित किये जाने का कार्य जारी है,स्वयंसेवक सोशल मीडिया के माध्यम से पोस्टर बनाकर लोगों को जागरूक कर रहे है,कई स्थानों पर क्वारेंटाएन सेंटरों पर साफ सफाई,लोगो को मानसिक स्वास्थ्य से मजबूती के लिए योग ध्यान व परामर्श के कार्य भी कर रहे है।वेबिनार संयोजक प्रोफेसर मनोज श्रीवास्तव ने छात्र छात्राओं से संवाद के महत्व पर प्रकाश डाला व विद्यार्थियों की समस्याओं से भी अवगत कराया। परीक्षा नियंत्रक डॉ राजीव कुमार ने विद्यार्थियों के परीक्षा संबंधी समस्याओं पर चर्चा करते हुए कहा कि शासन के निर्देशों के क्रम में विश्वविद्यालय का परीक्षा विभाग पूरी तरह से हर पहलू की तैयारी कर रहा है।छात्रों को घबराने की आवश्यकता नहीं है,विषय वस्तु का पूरा अध्ययन कर लें,बहु विकल्पीय प्रश्नों के 2 घंटे की परीक्षा कराने के लिए तैयारी चल रही है।शासन के निर्देशों के अनुसार ही अंतिम रूप से परीक्षाएं आयोजित होंगी।विश्व विद्यालय की वेबसाइट पर ऑनलाइन पाठ्य सामग्री उपलब्ध है तथा अन्य वेबसाइट के माध्यम से व अपने शिक्षकों से संपर्क में रहकर आवश्यक पढ़ाई पूरी कर सकते है।इस अवसर पर नवागत कुल सचिव/ रजिस्ट्रार अंजनी कुमार मिश्रा ने छात्रों को हर सम्भव सहयोग देने की बात कही।वेबिनार में वित्त अधिकारी डॉ अरुण कुमार सिंह,डॉ मनोज कुमार श्रीवास्तव ने भी अपने विचार रखे।तकनीकी संचालन आई टी विभागाध्यक्ष डॉ वी के सारस्वत ने किया।डी एस डब्ल्यू डॉ ब्रजेश रावत ने आभार व्यक्त किया।छात्र रामनारायण मिश्रा,सलमान खान,सुरभि, अर्पित माथुर,एन एस एस से बबिता कुमारी,विशाल,दिनेश, प्रेक्षा सिंह,ओसिस श्रीवास्तव, विकास यादव व विनीता कुमारी सहित दो दर्जन से अधिक विद्यार्थियों ने अपनी समस्याओं से कुलपति को अवगत कराया।इस कार्यक्रम में अलीगढ़,आगरा सहित 8 जनपदों के एडेड व स्ववित्तपोषित महाविद्यालयों के करीब दो हजार छात्र छात्राओं ने वेबिनार के माध्यम से संवाद में प्रतिभाग किया।इसमें ज्ञान महाविद्यालय के कार्यक्रम अधिकारी डॉ नरेंद्र कुमार सिंह,जनसंपर्क अधिकारी डॉ ललित उपाध्याय ,एन एन एस स्वयंसेवक व छात्र छात्राओं ने भाग लिया।