नई दिल्ली। नेशनल यूनियन आफ जर्नलिस्टस इंडिया,दिल्ली जर्नलिस्टस एसोसिएशन व उ0प्र0जर्नलिस्ट्स एसोसिएशन ने वरिष्ठ टीवी पत्रकार अर्णब गोस्वामी पर हुए हमले पर गहरी चिंता प्रकट की है। पत्रकार संगठनों ने कहा है कि पत्रकारों पर हमला लोकतंत्र और अभिव्यक्ति की आजादी के लिए गंभीर खतरा है इसलिए ट्रिपल रिपब्लिक टीवी के संस्थापक अर्णब गोस्वामी पर हमला करने वाले व करवाने वालों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाए।पत्रकार संगठनों ने अपनी इस मांग को भी पुनः दोहराया है कि सरकार को जल्द पत्रकार सुरक्षा कानून बनाना चाहिए जो पत्रकारों को सुरक्षा प्रदान कर सके।पत्रकारों पर लगातार इस तरह के हमले चिंताजनक हैं। एनयूजे आई के राष्ट्रीय अध्यक्ष उदय जोशी, महासचिव मनोज वर्मा डीजेए के अध्यक्ष अनुराग पुनैठा एंव महासचिव सचिन बुधौलिया ने संयुक्त बयान जारी कर कहा है कि लोकतंत्र में अभिव्यक्ति की आजादी का जो अधिकार संविधान ने दिया है उसकी रक्षा होनी चाहिए। एनयूजे आई के राष्ट्रीय सचिव व उoप्रoजर्नलिस्ट्स एसोसिएशन (उपजा)के प्रान्तीय महामंत्री प्रदीप शर्मा ने कहा है कि अर्णब गोस्वामी पर हमला एक दुखद घटना है इस घटना ने कई सवाल खडे कर दिए हैं। कांग्रेस के कई नेताओं ने उकसावे वाले वक्तव्य देकर अपने कार्यकर्ताओं को रिपब्लिक टीवी के संपादक अर्णब गोस्वामी पर हमला करने के लिए प्रेरित किया कांग्रेस पार्टी की और उसके नेताओं की यह कार्रवाई बेहद दुखद है लोकतंत्र में विश्वास करने वाले किसी भी राजनीतिक दल,संगठन व उसके नेताओं से इस प्रकार की कार्रवाई की उम्मीद नहीं की जा सकती। पत्रकार पर हमला आपातकाल की उस मानसिकता को दर्शाता है जिसके तहत बोलने और लिखने की आजादी को छीन लिया गया था।उपजा के प्रान्तीय अध्यक्ष मुकेश वत्स ने कहा है कि देश जब कोरोना से मुकाबला कर रहा है और इस मुकाबले में पत्रकार अपने जीवन को दांव पर लगाकर घर बैठे दर्शकों तक खबरें पहुंचाने का महत्वपूर्ण काम कर रहे हैं तब ऐसे समय में एक राजनीतिक दल की ओर से इस प्रकार की कार्यवाही बेहद निंदनीय हैं।