यूपी अलीगढ़ थाना सासनीगेट क्षेत्र के अंतर्गत दौलताबाद मंदिर के पीछे शेखर कालोनी के आगे बिजलीघर के निकट पोखर में आज हजारों की तादात में बगुलाओं की मौत से इलाके में दहशत फैल गयी। कुछ लोगों का मानना है। कि कुछ अनर्थ होने की आशंका है जो इन पक्षियों ने अपने ऊपर लेली साथ ही स्थानीय फैक्टरीओं से निकलता केमिकल्स का पानी भी इन पक्षियों की मौत का कारण हो सकता है। आलम यह है कि लोगों में पहले तो कोरोना वायरस का डर और अब इन बगुलों की मौत एक पहेली बन गयी है। स्थानीय निवासी ताहिर ने बताया की गंदगी की वजह से इन बगुलों ने दुषित पानी पी लिया इनकी मौत का कारण यही हो सकता है। सुबह 9 बजे वन विभाग के चार अधिकारियों ने मौके का जायजा लिया और जाँच का हवाला देकर हवा हो गये। जब किस स्थानीय लोगों ने इस घटनाक्रम की शिकायत डीएम वॉर रूम पर दी तो प्रशासन के आलाधिकारीयों में हड़कंप मच गया। और जिलाधिकारी चन्द्र भूषण सिंह ने घटना पर तत्कालीन कार्यवाही करते हुये, डीएफओ को तुरंत मौके पर पहुँचे के आदेश दिये। वन विभाग की आठ सदस्यों की टीम पहुँचकर कुछ पक्षियों के शव को लैब में जाँच के लिये लेकर गये कुछ लोगों का कहना है। कि किसी खेत मे जहरीली दवा लगाने से भी इन बगुलों की मौत हो सकती है। मीडिया को जानकारी देते हुये, वन विभाग के अधिकारी सतीश कुमार ने बताया, की अभी तक लगभग 100 बगुलों को दफनाया गया है। और बेहोशी की हालत वाले बगुलों को इलाज के लिये भेजा गया है। बाकी म्रत बगुलों को पोस्टमार्टम के लिये भेजा गया है। आखिर इतनी बड़ी संख्या में एकाएक इतने बगुलों की मौत का कारण क्या रहा है। जब तक पोस्मार्टम की रिपोर्ट नही आयेगी कुछ भी कहा जाना मुश्किल है।