अलीगढ़ के आर्य समाज मंदिर में कराये जा रहे प्रेम विवाह को हिंदूवादियों ने रोका, फेसबुक के जरिये शुरू प्रेम कहानी को प्रेम विवाह में बदलने की कोशिश को हिंदूवादियों ने किया नाकाम। आर्य समाज मंदिर एक ऐसा पवित्र स्थान है, जिस पर आवाज उठाने की शायद कोई हिम्मत ही न उठा पाए, लेकिन मंगलवार को अचल के आर्य समाज मंदिर पर जो हकीकत देखी गई, वह समाज को धोखा देने वाली थी, मामला कुछ यूं था कि दिल्ली के रहने वाले युवक को अलीगढ़ की युवती से फेसबुक पर प्यार हो गया, दोनों ने साथ साथ जीने मरने की कसमें भी खा लीं।फेसबुक व मोबाइल से शुरू हुआ प्यार दिल व शरीर तक पँहुच गया, दोनों की इस लव स्टोरी की खबर परिवार को तनिक भर नही थी, इसी दौरान दोनो ने विवाह करने की भी ठान ली, अलीगढ़ अचल स्थित आर्य
समाज मंदिर को सात फेरे के लिए तय किया गया, जहां 8 हजार रुपये लेकर दोनो की शादी की मंजूरी भी दे दी गई।मंगलवार को जब शादी की प्रक्रिया चल रही थी तभी खबर मिलते ही हिंदूवादी आ गए, जिन्होंने मामले की जानकारी कर धांधली के खिलाफ आवाज उठाई, और शादी का विरोध किया, तभी लड़की के पिता को भी बुलाया गया, अपनी बेटी को यह सब करते देख पिता के पैरों तले जमीन खिसक गई।कई घण्टे हंगामे के बाद युवक को भगा दिया और लड़की को हिदायत देकर पिता के साथ भेज दिया गया, बता दें कि आर्य समाज मंदिर को शादी की मंजूरी से पहले लड़की व लड़के पक्ष की सहमति लेनी होती है, लेकिन यहां फेसबुक से शुरू हुई आशिकी ने मंदिर को बदनाम कर दिया, बड़ा सवाल है अगर बालिग अपनी मर्ज़ी से शादी करना चाहे तो किसी संगठन को इससे क्या प्रॉब्लम हो सकती है, देखा जाए तो कहीं ना कहीं ये मौलिक और स्वतंत्रता के अधिकारों का खुला हनन है।