लोगों को दी गयी मानसिक रोगों के लक्षण की जानकारी
उपेंद्र शर्मा की रिपोर्ट
नोएडा । अंतर्राष्ट्रीय दिव्यांगजन दिवस (तीन दिसंबर) के अवसर पर शनिवार को प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र दनकौर पर मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत जागरूकता एवं उपचार शिविर का आयोजन किया गया। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. सुनील शर्मा, एवं गैर संचारी रोग नियंत्रण कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डा.आरपी सिंह के नेतृत्व में आयोजित शिविर में जनमानस को मानसिक रोगों के लक्षण के बारे में बताया गया।
मनोचिकित्सक डा. तनूजा ने बताया – डिप्रेशन, चिन्ता, बाइपॉलर डिसऑर्डर, सिजोफ्रेनिया, आटिज्म, मंदबुद्धि, लर्निंग डिसेबिलिटी, मिर्गी, नशे की लत व अन्य बीमारी के लक्षण नींद न आना, मन का उदास रहना, बार-बार हाथ धोना, अपने आप से बड़बड़ाना, बेवजह शक करना, कार्य करने में रुचि कम होना, बच्चे का मानसिक विकास उसकी वास्तविक उम्र से कम होना, पढ़ाई लिखाई में परेशानी, दैनिक कार्यों के लिए दूसरे पर निर्भर रहना आदि मानसिक अस्वस्थता के लक्षण हैं।
साइकेट्रिस्ट सोशल वर्कर रजनी सूरी व क्लीनिकल साइकोलॉजिस्ट नीति ने बताया – यदि किसी में भी मनोरोग के लक्षण नजर आते हैं तो मनोचिकित्सक से परामर्श करें। मानसिक रोगों का भी शारीरिक रोगों की तरह उपचार संभव है। घर में बच्चे अथवा किसी सदस्य के व्यवहार में परिवर्तन नजर आये तो सतर्क हो जाना चाहिए। जिला अस्पताल में मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत ओपीडी की सुविधा उपलब्ध है। वहां मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम की टीम से परामर्श किया जा सकता है।
शिविर में मानसिक रोग से ग्रसित लोगों को उचित उपचार की सुविधा उपलब्ध करायी गई। इसके अलावा यूडीआईडी साइट पर रजिस्ट्रेशन कर दिव्यांगता प्रमाण पत्र की प्रक्रिया के बारे में जानकारी दी गई। करीब 250 लोगों ने शिविर का लाभ उठाया। शिविर में मानोचिकित्सक डा. तनूजा, साइकेट्रिस्ट सोशल वर्कर रजनी सूरी, क्लीनिकल साइकोलॉजिस्ट नीति, साइकेट्रिस्ट नर्स सोनी एवं कम्युनिटी नर्स शिवानी सहित मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम की टीम उपस्थित रही। शिविर की अध्यक्षता प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डा. नारायण किशोर ने की।