पुरुष नसबंदी कराने पर प्रोत्साहन स्वरूप मिलते हैं तीन हजार रुपये
रेनू शर्मा की रिपोर्ट
बुलंदशहर । जनपद में पुरुष नसबंदी पखवाड़े के तहत अब तक पांच पुरुषों और 56 महिलाओं ने स्वेच्छा से नसबंदी कराई है। स्वास्थ्य विभाग की टीम के साथ-साथ आशा कार्यकर्ता लगातार दंपति को नसबंदी के प्रति जागरूक कर रही हैं। पखवाड़े में पुरुषों को नसबंदी के प्रति जागरूक किया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी पुरुषों से वार्ता कर उनकी शंकाओं को दूर करते हुए नसबंदी कराने के प्रति जागरूक कर रहे हैं। पखवाड़े में जनपद में करीब 956 लाभार्थियों को परिवार नियोजन के अन्य साधन प्रदान किये गये।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. विनय कुमार सिंह ने बताया पुरुष नसबंदी पखवाड़ा के तहत जनपद के खुर्जा, सिकंदराबाद के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों (सीएचसी) सहित जिला अस्पताल में नसबंदी शिविर का आयोजन किया गया। डा. सिंह ने कहा जागरूकता के अभाव में नसबंदी कराने से पुरुष कतरा रहे हैं, जबकि सच्चाई यह है कि पुरुष नसबंदी बहुत आसान है। नसबंदी कराने वाले पुरुषों को सरकार प्रोत्साहन राशि के रूप में 3000 रुपये भी देती है। महिलाओं को 2000 रुपये मिलते हैं।
परिवार नियोजन कार्यक्रम के नोडल अधिकारी एवं अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. सुनील कुमार सिंह ने बताया परिवार कल्याण योजना के तहत पुरुष नसबंदी पखवाड़ा में ब्लाक स्तर पर नसबंदी कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है, जनपद के खुर्जा, सिकंदराबाद सीएचसी और जिला अस्पताल में जांच के उपरांत शिविर में नसबंदी कराई गई हैं। आयोजित पखवाड़ा में अब तक पांच पुरुषों और 56 महिलाओं ने स्वेच्छा से नसबंदी कराई है।
उन्होंने बताया वर्ष 2018-19 में 3142 महिलाओं और 32 पुरुषों ने नसबंदी करायी। वहीं 2019-20 में 4094 महिलाओं और 48 पुरुषों ने नसबंदी कराई। वर्ष 2020-21 में 4343 महिला और 38 पुरुषों, जबकि वर्ष 2021-22 महिला 4641 और 33 पुरुषों की नसबंदी हुई है। जबकि वर्ष 2022-23 में अब तक कुल 1407 महिलाओं और 32 पुरुषों ने परिवार नियोजन का स्थाई साधन अपनाया है।