स्वस्थ भारत की परिकल्पना तभी, जब आने वाली पीढ़ियां पूरी तरह से स्वस्थ हों – डॉ कैलाश दुल्हानी
नीरज जैन की रिपोर्ट
फर्रुखाबाद । बच्चों की बेहतर देखभाल के बारे में जनजागरूकता के लिए नवजात शिशु देखभाल सप्ताह 21 नवंबर तक चला । इसी के तहत बुधवार को डॉ राममनोहर लोहिया चिकित्सालय महिला में हेल्दी बेबी शो आयोजित हुआ। बेबी शो में एक वर्ष से कम उम्र के बच्चों ने प्रतिभाग किया। प्रतियोगिता का उद्देश्य टीकाकरण,स्तनपान आदि विषयों पर जागरूकता बढ़ाना था। महिला अस्पताल की ओपीडी में आयोजित बेबी शो में 28 बच्चों ने प्रतिभाग किया। वजन, स्तनपान, टीकाकरण की स्थिति, सामान्य साफ-सफाई के मानकों पर खरा उतरते हुए छह माह के अब्दुल रहमान ने प्रतियोगिता में पहला स्थान प्राप्त किया । अरसलान को दूसरा, और राघव को तीसरा स्थान मिला। विजेता और प्रतिभाग करने वाले बच्चों को पुरस्कृत भी किया गया।
इस अवसर पर मौजूद सीएमएस डॉ. कैलाश दुल्हानी ने बताया कि स्वस्थ भारत की परिकल्पना तभी की जा सकती है, जब आने वाली पीढ़ियां पूरी तरह से स्वस्थ हों जिसको शासन ने भी गंभीरता से लिया है। इसके लिए हर वर्ष चिकित्सालय में हेल्दी बेबी शो का आयोजन किया जाता है। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य माता पिता को यह बताना होता है कि अपने बच्चे का हम किस तरह ख्याल रखें कि वह स्वस्थ रहें।
सीएमएस ने कहा कि इस कार्यक्रम में संस्थागत प्रसव से हुए बच्चे जिन्हें समय-समय पर सभी टीकाकरण के साथ ही जन्म के एक घंटे के अंदर व छह माह तक सिर्फ स्तनपान कराया हो उसी को हेल्दी बेबी चुना जाता है। उन्होंने कहा कि बच्चा तभी स्वस्थ रहेगा जब छह माह तक सिर्फ माँ का दूध पिएगा, माँ का दूध बच्चे को बीमारियों से बचाता है।
बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. शिवाशीष उपाध्याय ने बताया कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य मां व बच्चों में साफ-सफाई, स्वास्थ्य एवं पोषण, टीकाकरण तथा बच्चों की बेहतर देखभाल के विषय में जागरूक करना है। साथ ही उन्हें संस्थागत प्रसव, विटामिन-के की खुराक के साथ ही नवजात के पहले घंटे के अंदर स्तनपान से लेकर छह माह तक सिर्फ स्तनपान के बारे में जानकारी दी जाती है। डॉ उपाध्याय ने बताया कि प्रसव के बाद शिशु को छह महीने तक केवल स्तनपान ही कराना चाहिए व छह महीने के बाद शिशु को स्तनपान के साथ कम से कम दिन में दो से तीन बार ऊपरी आहार भी चम्मच से खिलाएं। शुरू में बच्चा थूकेगा लेकिन ऐसे ही वह खाना सीखेगा। पूरक आहार नहीं लेने से बच्चा इसी उम्र से कुपोषित होना शुरू हो जाता है।
प्रथम पुरस्कार प्राप्त अब्दुल रहमान 6 माह के पिता मो शेखू ने कहा कि मैंने अपनी पत्नी का प्रसव लोहिया अस्पताल में कराया साथ ही बच्चे को सिर्फ मां का दूध पिलाया और उसके सभी टीके लगवाए मेरा बच्चा स्वस्थ हैं l तीसरा पुरुस्कार प्राप्त 7 माह के राघव की मां अलका ने कहा कि मैंने प्रसव सरकारी अस्पताल छीबरामऊ में कराया सभी टीके लगवाए और अपना दूध पिलाया l कार्यक्रम में स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ कृष्णा बोस, चीफ़ फार्मासिस्ट प्रवीण यादव, नर्स मेंटर कंचन राजपूत, एएनएम सारिका कटियार, राजीव दीक्षित, अमन अग्निहोत्री सहित बच्चे और उनकी माताएँ शामिल रहीं।