श्री वार्ष्णेय मंदिर में धीरज बावरा जी महाराज के मुखारविंद से चल रही है अमृत वर्षा
संजय सोनी की रिपोर्ट
अलीगढ़ । श्री वार्ष्णेय मंदिर में पूज्य वैष्णवाचार्य धीरज बावरा जी महाराज के श्री मुख से श्रीमद् भागवत कथा की अमृत वर्षा निरंतर चल रही है । श्री वार्ष्णेय मंदिर के प्रवक्ता भुवनेश वार्ष्णेय आधुनिक के अनुसार भगवान श्री श्यामा श्याम जी (युगल सरकार) की अनन्य भक्त गोलोक वासी श्रीमती शांति देवी की पुण्य स्मृति में आयोजित श्रीमद् भागवत कथा के द्वितीय दिवस भक्तों ने बड़े ही भक्ति भाव से श्री मद भागवत कथा का श्रवण किया । पूज्य वैष्णवाचार्य धीरज बाबरा जी महाराज ने भीष्म पितामह , श्रीकृष्ण , सुकदेव आगमन , परीक्षित कथा एवम ध्रुव चरित्र का बहुत ही मार्मिक ढंग से वर्णन किया ।
भक्तों को हरी नाम संकीर्तन का महत्व समझाते हुए कहा कि जितना रस प्रभु नाम के संकीर्तन में मिलता है उतना किसी भी वस्तु में नहीं मिलता । साथ ही सम सामयिक विषय पर बोलते हुए सभी भक्तों को सोचने पर मजबूर कर दिया । कि जिस तरह दुर्योधन की सभा में भीष्म पितामह सब कुछ देखते हुए भी शांत रहे और उन्हे बाद में भुगतना पड़ा था आज हमारी कन्याओं के साथ इतना सब कुछ हो रहा है और सब लोग चुपचाप देख रहे हैं शांत हैं क्या यह सोचनीय बिंदु नही है ।
श्री वार्ष्णेय मंदिर के प्रवक्ता भुवनेश वार्ष्णेय आधुनिक के अनुसार 23 नवंबर 2022 दिन बुधवार को दोपहर 2 बजे से भागवत कथा में जड़ भरत चरित्र , अजामिल उपाख्यान एवम प्रहलाद चरित्र का वर्णन किया जाएगा । भागवत कथा में मुख्य रूप से मुख्य आयोजक लाला बद्री प्रसाद गुप्त , राधेश्याम गुप्ता स्क्रैप वाले , राजाराम मित्र , कामेश्वर प्रसाद गर्ग , अंजू गुप्ता , विनोद गुप्ता , मेघा गुप्ता , सुरेंद्र गुप्ता , ओम प्रकाश गुप्ता , पंडित ओम प्रकाश शर्मा , राजेंद्र कातिब , भुवनेश् वार्ष्णेय आधुनिक , चिन्मय गुप्ता , रुचि गुप्ता , नेहा गुप्ता , गीता वर्मा , अनमोल , अनंत , पंडित मनोज मिश्र , गिरीश वार्ष्णेय , बंटी विशाल जैसवाल सहित सैकड़ों की संख्या में भक्त उपस्थित रहे ।