संजय सोनी की रिपोर्ट
अलीगढ़ । जिलाधिकारी इन्द्र विक्रम सिंह की अध्यक्षता में जिला गंगा, जिला पर्यावरण, जिला वेटलैंड एवं जिला वृक्षारोपण समिति की संयुक्त बैठक का आयोजन कलेक्ट्रेट सभागार में किया गया। प्रभागीय वन अधिकारी दिवाकर वशिष्ट ने अवगत कराया कि राष्ट्रीय गंगा समिति की बैठक शीघ्र ही होने वाली है एवं उसके परिप्रेक्ष्य में जो एजेंडा कार्यक्रम राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन द्वारा जारी किया गया है उसके अनुरूप सभी विभाग कार्य कर समय से उसकी अनुपालन आख्या जिला गंगा समिति को उपलब्ध कराएं।
जिला गंगा समिति के कार्यों की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी इन्द्र विक्रम सिंह ने गंगा की सहायक काली नदी का जनपद में सर्वे करने के निर्देश संबंधित उप जिलाधिकारियों को दिये। उन्होंने कहा कि काली नदी के सर्वे से यह ज्ञात हो सकेगा कि जनपद में काली नदी के प्रवेश पर और जनपद से काली नदी के निकलने पर कहां पर अधिक प्रदूषण हो रहा है ताकि उन कारणों को चिन्हित कर उसके उपचार की रणनीति तैयार की जा सके। जिलाधिकारी द्वारा जिला पंचायत राज अधिकारी को निर्देश दिए गए कि गंगा नदी किनारे स्थित 8 गंगा ग्रामों में विशेष रुप से सफाई अभियान चलाते हुए स्वच्छता सर्वेक्षण भी कराया जाए। उन्होंने घर-घर कूड़ा उठाने के निर्देश देते हुए कहा कि सूखे एवं गीले कूड़े का अलग से निस्तारण किया जाए ताकि सभी गंगा ग्राम स्वच्छ गंगा ग्राम घोषित किये जा सकें।
जिलाधिकारी द्वारा रिवर फ्रंट डवलपमेंट पर उप जिलाधिकारी अतरौली को निर्देश दिया गया कि सांकरा घाट पर मुख्य घाट जहां पर स्नान होता है, वहां पर दाह संस्कार ना किए जाएं। सांकरा घाट के स्नान घाट के समीप ही एक और घाट का निर्माण शवों के दाह संस्कार के लिये किया गया है। शवों को वहीं पर ही दाह संस्कार किया जाए ताकि सांकरा घाट को निर्मल एवं स्वच्छ रखा जाए, वहां पर डस्टबिन की भी व्यवस्था की जाए। पर्यावरणविद् सुबोध नंदन शर्मा ने काली नदी के उद्गम एवं उन पर होने वाले प्रदूषण की संभावनाओं पर विचार प्रस्तुत किये। साथ ही उन्होंने लुप्त प्रायः होने वाले वन्यजीवों की भी सूची प्रस्तुत की।
जिलाधिकारी द्वारा प्रभागीय वन अधिकारी को निर्देशित किया गया कि इस सूची को जिले के जैव विविधता रजिस्टर में पंजीकृत किया जाए। ज्ञानेश शर्मा मानद सदस्य जिला गंगा समिति ने गंगा के सांकरा घाट एवं सभी गंगा ग्रामों में नियमित गंगा आरती कराने का प्रस्ताव रखा और उनके द्वारा यह भी बताया गया कि वह तीन अन्य लोगों के साथ में गंगा आरती का प्रशिक्षण लेने शीघ्र ही ऋषिकेश जाएंगे। नेकराम शर्मा मानद सदस्य जिला गंगा समिति द्वारा बरोठा गांव में गंग नहर के किनारे साफ सफाई कर नियमित गंगा आरती के जाने का प्रस्ताव रखा। जिसको समिति के सदस्यों द्वारा मान लिया गया।
जिला पर्यावरण समिति की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने सभी नगर निकाय व नगर निगम को यह निर्देशित किया कि जिला पर्यावरण प्लान में जो भी कमी पाई गई है उस कमी को ठीक करके पुनः संशोधित जिला पर्यावरण प्लान एक सप्ताह में उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को प्रेषित किया जाए। जिला पर्यावरण प्लान में को संशोधित रूप से तैयार करने के लिए क्षेत्राधिकारी प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, जिला पंचायत राज अधिकारी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी पुलिस विभाग, एडीएम प्रशासन, सभी अधिशासी अधिकारी को मुख्य भूमिका रहेगी। एक सप्ताह बाद जिलाधिकारी द्वारा उन्हें इसकी समीक्षा की जाएगी।
जिला वेटलैंड समिति की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी अलीगढ़ द्वारा बताया गया कि जनपद में 2.50 हेक्टेयर से बड़े कम से कम 10 ऐसे तालाब चिन्हित किए जाएं जो कि पर्यावरण के लिए महत्वपूर्ण हो एवं ऐसे तालाबों का चयन कर उन तालाबों को प्रभागीय वन अधिकारी के माध्यम से उत्तर प्रदेश आद्र भूमि संरक्षण समिति को प्रेषित कर उन्हें संरक्षित क्षेत्र घोषित कराया जाए।
जिला वृक्षारोपण समिति की बैठक में जिलाधिकारी द्वारा निर्देशित किया गया कि जो वृक्षारोपण विभिन्न विभागों द्वारा किया गया है उन पौधों को सुरक्षित रखा जाए। मृत पौधों को तत्काल बदला जाए। आवश्यकता अनुसार उन्हें पानी दिया जाए एवं अंतर विभागीय चेकिंग इन वृक्षारोपण की कर ली जाए ताकि वृक्षारोपण का जीविता प्रतिशत बेहतर हो सके। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी अंकित खण्डेलवाल, अपर जिलाधिकारी प्रशासन डीपी पाल, अपर जिला अधिकारी नगर विवेक कुमार चतुर्वेदी, सिटी मजिस्ट्रेट चन्द्रशेखर, समस्त एसडीएम, परियोजना निदेशक भाल चन्द्र त्रिपाठी सहित सभी जिला स्तरीय अधिकारियों द्वारा प्रतिभाग किया गया।