ठाकुर धर्म सिह ब्रजवासी की रिपोर्ट
मथुरा । दीनदयाल धाम (फरह)। पं० दीनदयाल जी ने राष्ट्रीय गौरव के लिए काम किया है। उनका प्रत्येक कार्य देश के वैभव के लिए था। भारत माता की जय का अर्थ पूरे विश्व में भारत माता की जय जयकार होने से है। उन्होंने कहा कि आज कोई दूसरा देश हमें धमका नही सकता। पूरी दुनिया हमारी बात सुनती है। यह स्थिति हमारे जागने से हुई है। चारों और क्या हो रहा है उसे देखते और सुनते हैं तब निर्णय लें यह जगना होता है।
यह विचार चम्पत राय महामंत्री श्रीराम जन्मभूमि क्षेत्र ने पं० दीनदयाल उपाध्याय जी के 107 में जन्मोत्सव के अवसर पर दीनदयाल धाम में आयोजित प्रतिभा सम्मान एवं विचार गोष्ठी में कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए मुख्य वक्ता के रूप में व्यक्त किये। उन्होंने कहा कि श्रीराम जन्मभूमि मंदिर का जो निर्माण हो रहा है और यह समाज जागरण का ही परिणाम है।
उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री ने कहा है देश में गुलामी की निशानी नहीं होनी चाहिए। यह कहने से कार्य नहीं चलता इसको समझने वाले लाखों – करोड़ों लोग हैं। सोये हुए समाज को जगाने का कार्य संत महात्माओं ने किया है। चम्पतराय ने कहा कि सोया राष्ट्र जागा और अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि मंदिर हमें प्राप्त हुआ। आप हम लोग समझते हैं कि हम यह एक मंदिर बना रहे हैं।
यह एक मंदिर है लेकिन यह जितना मंदिर है उतना ही यह हमारे सम्मान और गौरव का प्रतीक है । राम जन्मभूमि को प्राप्त करना यह हिंदुस्तान के गौरव की और प्रतिष्ठा की बात है। यह परिणाम समाज के जगने से आया है। यह मंदिर राष्ट्र मंदिर भी है। समाज जागता है तो चारों दिशाओं में आकर खड़ा होता है। यह एक या दो व्यक्तियों का नहीं यह करोड़ों लोगों की भावनाओं की अभिव्यक्ति है।
उन्होंने निर्माणाधीन श्रीराम मंदिर के निर्माण के बारे में बताते हुए कहा कि यह बन रहा है तो ऐसा बने कि दो सौ वर्ष बाद भी इसे मरम्मत की जरूरत ना पड़े। पहले दिन से ऐसा प्रयास किया गया है कि एक हजार वर्ष तक मरम्मत की आवश्यकता न हो। इस मंदिर की नींव ऐसी बनाई गई है सौ इसकी मिट्टी स्वतः चट्टान बन जाये। इसके निर्माण में एक ग्राम भी लोहे का उपयोग नहीं किया गया है। पत्थर जोड़ने के लिए तांबे का प्रयोग किया गया है। इसमें जो पत्थर लग रहा है पिछले दो सौ साल में अन्य कोई भी निर्माण नहीं हुआ है।
उन्होंने बताया कि श्रीराम मंदिर में प्रभु की प्राण प्रतिष्ठा दिसम्बर 2023 में मकर संक्रांति पर सूर्य के उत्तरायण होने पर होगी। यह एक अदभुत रचना होगी। यह इंजीनियरिंग के सामूहिक चिंतन का प्रयास है। चम्पतराय बताते हैं कि समाज को जो जागृत करने का कार्य किया है और अपने अतीत को याद कराया है। इस विचार को जिसने जगाने का कार्य किया वह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ है। ऐसे कार्यकर्ताओं की मणिका का एक मोती का नाम दीनदयाल था।
उन्होंने कहा कि अब भारत में कोई भी गुलामी का निशान न हो। यह नाम बदलने से नहीं होगा, लेकिन जब अकबर रोड, अकबर द ग्रेट, औरंगजेब रोड के नाम सड़क पर जब देखते हैं तो यह गुलामी की याद दिलाता है। इसीलिए गुलामी की चीजों को हटाना है तभी भारत फिर से विश्व गुरु बनेगा। उन्होंने दीनदयाल जी के याद कभी उनके संस्मरणों को भी सुनाया।
एडीजी लखनऊ बृजभूषण निवासी दीनदयाल धाम ने ब्रजक्षेत्र शिक्षा कायाकल्प के द्वार ग्रामीण क्षेत्र के सरकारी स्कूलों में कराए जा रहे कार्यों के बारे में विस्तृत रूप से चर्चा की और लोगों से आव्हान किया कि वह शिक्षा क्षेत्र में ग्रामीण और शहरी क्षेत्र में जो विषमता व्याप्त है उसे दूर करने के लिए ग्रामीण क्षेत्र के विद्यालयों को गोद लें। जिससे उनमें शिक्षा का माहौल बेहतर हो सके। इस अवसर पर श्री महंत राम भूषण जी दास जी महाराज ने भी संबोधित किया।
इस अवसर पर प्रतिभा सम्मान के अंतर्गत प्रतिभावान 40 स्कूली छात्र छात्राओं को दीनदयाल कामधेनु गौशाला समिति और ब्रजक्षेत्र शिक्षा कायाकल्प के द्वारा सम्मान पत्र और पांच-पांच हजार रुपये की धनराशि के चैक वितरित किए गए। इससे पूर्व अतिथियों ने पं० दीनदयाल उपाध्याय जी के चित्रपट के सम्मुख दीप प्रज्ज्वलित कर एवं पुष्प अर्पित किये। सभी अतिथियों का समिति पदाधिकारियों द्वारा पटका पहनाकर एवं प्रतीक चिन्ह देकर सम्मान किया गया। ज्ञापन अध्यक्ष अशोक टैंटीवाल ने एवं संचालन महामंत्री कमल कौशिक ने किया।
इस अवसर पर क्षेत्र प्रचारक महेंद्र शर्मा, निदेशक सोनपाल, प्रचारक राजवीर दीक्षित, अध्यक्ष अशोक टैंटीवाल, डॉ०रोशन लाल, शिव शंकर शर्मा, डॉ० हरी भदौरिया कोषाध्यक्ष नरेंद्र पाठक, ठा० महिपाल सिंह, पूर्व विधायक ठा० कारिंदा सिंह, मनीष गुप्ता, मुकेश शर्मा प्रचार मंत्री, जगमोहन पाठक, विनोद अग्रवाल महानगर अध्यक्ष भाजपा, डॉ० डीपी गोयल, अमित जैन विहिप, सालिगराम बटिया, ब्रजमोहन गौड़, देवी प्रसाद शुक्ला, विजय पाठक, हरिओम पाठक, दिनेश गौड़, श्रीनिवास पाठक, भानु महाजन, राजेश शुक्ला, राजेन्द्र प्रसाद शर्मा, शशिकांत तिवारी, हरि शंकर पाठक, राम पाठक, अशोक शर्मा, राजदर्शन पचौरी लाल सिंह सहित सैकडों की संख्या में ग्रामवासी और कार्यकर्ता उपस्थित रहे।