अन्नू सोनी की रिपोर्ट
अलीगढ़ । जनपद में मंगलवार शाम को सीएमओ कार्यालय के सभागार में पीएसआई- इंडिया के सहयोग से मास्टर कोचेस की बैठक आयोजित की हुई। इस दौरान परिवार नियोजन सेवाएं, टीकाकरण और प्रसव सेवाओं पर विस्तृत चर्चा की गई।
नोडल अधिकारी डॉ. एमके माथुर ने कहा कि परिवार नियोजन कार्यक्रम के तहत लक्ष्य पाने की कार्य योजना बनाई गई है। बैठक में अधिकारियों एवं समस्त कर्मचारियों को भी इसमें सहयोग देने के लिए कहा गया है। उन्होंने बताया कि कि सभी चिकित्सालयों द्वारा परिवार नियोजन की सेवाएं प्रदान की जानी चाहिए। साथ ही एचएमआईएस पोर्टल पर डाटा अपलोड करने पर जोर दिया गया। उन्होंने कहा कि एचएमआईएस पर डेटा अपलोड करना इसलिए भी आवश्यक है, क्यों कि निजी क्षेत्र के हास्पिटल 60 फीसदी लाभार्थी को सेवाएं दे रहे हैं।
जिला मलेरिया अधिकारी डॉ. राहुल कुलश्रेष्ठ ने आरकेएसके बजट के बारे में बताते हुए कहा कि इस बजट में उन दवाईयों को भी खरीदा जाए जो दवाएं उपलब्ध नहीं हैं। उन्होंने कहा कि गरीब मेडिकल का चक्कर ना लगाए इसके लिए सरकारी अस्पतालों पर दवाइयों का उपलब्ध होना बहुत जरूरी है। सभी जगह अर्बन पीएचसी पर फैमिली प्लानिंग डेस्क होना भी जरूरी है।
जिला शहरी स्वास्थ्य समन्वयक अकबर खान ने कहा कि मैटरनिटी अस्पतालों को अपने अस्पतालों में योग्य दंपतियों को अनिवार्य रूप से परिवार नियोजन, मातृत्व स्वास्थ्य व टीकाकरण सेवाओं की जानकारी दी जानी चाहिए। बैठक में प्रेजेंटेशन के माध्यम से मास्टर कोचेस के कार्य को समझाया गया।
टीसीआइएचसी- पीएसआई इंडिया के विक्रम मोहन माथुर ने संस्था के क्रियाकलापों के बारे में अवगत कराया कि चार वर्षों से शहरी क्षेत्र में परिवार नियोजन कार्यक्रमों को बेहतर बनाने एवं तेजी लाने में पीएसआई संस्था लगातार कार्य कर रही है।
बैठक में डिप्टी डीआईओ शरद गुप्ता, जिला कार्यक्रम प्रबंधक एमपी सिंह व जिला सामुदायिक प्रक्रिया प्रबंधक कमलेश चौरसिया एवं पीएसआई इंडिया के इंप्लीमेंटेशन लीड दीपक तिवारी, यूनीसेफ के डीएमसी शादाब अहमद, पूनम कुमारी एवं अर्बन पीएचसी के प्रभारी डॉ. अंशु सक्सेना, डॉ. आमना फारूकी तथा एनयूएचएम के कमल कांत व अन्य सदस्यों ने प्रतिभाग किया।