उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में निर्जला एकादशी के अवसर पर “मातृ दर्शन सोसायटी” द्वारा अचलताल स्थित गिलहराज मंदिर पर अध्यक्ष दुर्गेश मिश्रा के नेतृत्व में शर्बत वितरण का कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम के दौरान दुर्गेश मिश्रा ने कहा कि हिन्दू धर्म में एकादशी पर्व का अपना एक अलग महत्वपूर्ण स्थान है। पौराणिक ग्रंथों के अनुसार एकादशी का व्रत कर दान आदि करने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होतीं हैं। इतना ही नहीं उन्होंने यह भी बताया कि सभी राहगीरों ने शर्बत को बड़े आनंद के साथ पिया। उन्होंने कहा कि पाश्चात्य संस्कृति के प्रभाव में आज हिंदुस्तान की युवा पीढ़ी अपनी सभ्यता व संस्कृति को भूलती जा रहे हैं। जबकि इस देश की संस्कृति को कायम रखने के लिए सभी वर्गों के लोगों को एकजुटता के साथ प्रयास करने होंगे। मातृ दर्शन सोसायटी की जिला महासचिव लुबना शफीक ने कहा राम रहीम की इस पावन धरा पर आज धर्म व मजहब की बातों से ध्यान हटाकर आपसी सौहार्द व भाईचारे का माहौल बनाना होगा। जिससे आने वाली पीढ़ियों को हम धर्म निरपेक्ष संदेश दे सकें। इतना ही नहीं उन्होंने गिलहराज मंदिर के महंत योगी कौशलनाथ जी महाराज को उनके आयोजन में महत्वपूर्ण योगदान प्रदान करने के लिए धन्यवाद व्यक्त किया। इस अवसर पर सोसायटी की अध्यक्ष दुर्गेश मिश्रा, ज़िला महासचिव लुबना शफीक, हेमेन्द्र कुमार, मोनिका थापर, आफताब अहमद खान, गुल्लू, पत्रकार चन्द्रमोहन शर्मा, जावेद आदि उपस्थित रहे।