उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में आगरा रोड स्थित ज्ञान महाविद्यालय में अपने संस्थापक स्व.डॉ.ज्ञानेन्द्र गोयल की पुण्य तिथि पर शुक्रवार को हवन का आयोजन प्रबंधक मनोज यादव व प्राचार्य डॉ वाई के गुप्ता द्वारा मुख्य यजमान के रूप में पूर्णाहुति देकर किया गया।यज्ञ को कोरोना काल में दिवंगत आत्माओं को भी समर्पित किया गया।प्रबंधक मनोज यादव ने बताया कि ज्ञान महाविद्यालय को 1998 में चिकित्सक व शिक्षाविद डॉ ज्ञानेंद्र गोयल द्वारा ग्रामीण व शहरी अंचल में उच्च शिक्षा को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से स्थापित किया गया।प्राचार्य डॉ वाई के गुप्ता ने बताया कि ज्ञान महाविद्यालय में सर्वप्रथम बी कॉम की कक्षाओं के साथ शुरुआत हुई थी,वर्तमान में बी. कॉम. के साथ एम कॉम,बी.एस-सी.(पीसीएम व जेडबीसी) समूह),एम.एस-सी.(गणित व रसायन विज्ञान),ग्यारह विषयों के साथ बी. ए.,बी.एड.,डी.एल. एड. पाठ्यक्रम संचालित है।जनसंपर्क अधिकारी डॉ ललित उपाध्याय ने बताया कि सरस्वती भवन परिसर में आज आहूत यज्ञ को कोरोना काल में दिवंगत आत्माओं को श्रद्धा सुमन देकर समर्पित किया।इस अवसर पर उप- प्राचार्य डॉ हीरेश गोयल,अकादमिक प्रभारी डॉ जी.जी. वार्ष्णेय,ज्ञान आईटीआई प्रधानाचार्य गौरव कुमार,जनसंपर्क अधिकारी डॉ. ललित उपाध्याय, अनुशासन अधिकारी डॉ.एच.एस. चौधरी,कार्यक्रम अधिकारी एन.एस. एस. डॉ सोमवीर सिंह,इग्नू समन्वयक आर के शर्मा,डॉ रत्नप्रकाश,डॉ दुर्गेश शर्मा,गिर्राज किशोर,लख्मी चंद,अखिलेश कौशिक,के डी सिंह,प्रवीण कुमार,डॉ डी एन गुप्ता,मोहम्मद वाहिद,मेघा अरोरा,डॉ प्रशांत सिंह, डॉ.शची सिंह, डॉ चेतन सैनी,मीना खान,खजान सिंह,सचिन कुमार, जे पी शर्मा,अमृता सहित प्राध्यापक- प्राध्यापिकाऐं व शिक्षणेत्तर कर्मचारी व ज्ञान आईटीआई इलेक्ट्रिशियन व फिटर के अनुदेशक उपस्थित रहे।