उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में मिशन शक्ति अभियान के अंतर्गत सड़क सुरक्षा एवं यातायात नियमों के प्रति जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से श्री योगेश शर्मा, अध्यक्ष बाइकिंग एंड एडवेंचर स्पोर्ट्स फाउंडेशन, अलीगढ़ द्वारा ट्रैफिक पुलिस, परिवहन विभाग एवं क्रीड़ा विभाग के सहयोग से महिलाओं की बाइक एवं स्कूटी रैली का आयोजन किया गया। इस बाइक एवं स्कूटी रैली को मुख्य अतिथि श्री सतीश चंद्र, पुलिस अधीक्षक (यातायात), अलीगढ़ द्वारा अहिल्याबाई होल्कर स्टेडियम से प्रातः 9:30 बजे हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया। यह रैली स्टेडियम से रामघाट रोड होते हुए दुबे का पड़ाव, गांधी पार्क, रसल गंज, कठपुला और लाल डिग्गी होते हुए वापस स्टेडियम पर समाप्त हुई। रैली में शामिल महिलाओं और बालिकाओं ने हैंडमेड प्लेकार्ड के माध्यम से सड़क सुरक्षा और यातायात नियमों के प्रति जागरूक किया। कार्यक्रम में उपस्थित महिला शक्ति को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि श्री सतीश चंद्र, एसपी ट्रैफिक ने कहा कि यातायात के नियम हमारी सुरक्षा के लिए बने हैं,और यातायात पुलिस का उद्देश्य है कि हम सड़क पर सुरक्षित यात्रा करें तथा सकुशल अपने घर पहुंचे। इसलिए चालान से बचने के लिए नहीं, बल्कि अपनी सुरक्षा के लिए दो पहिया वाहन चलाते समय चालक और पीछे बैठने वाली सवारी, दोनों के लिए हेलमेट लगाना अनिवार्य है। साथी चार पहिया चलाते समय सीट बेल्ट का प्रयोग अवश्य करें और तेज रफ्तार से गाड़ी बिल्कुल न चलाएं। श्री फरीदुद्दीन संभागीय परिवहन अधिकारी (प्रवर्तन) ने कहा कि इस अभियान की कमान हमारी महिला शक्ति ने संभाल ली है, इसलिए यह अभियान अवश्य सफल होगा। उन्होंने बताया कि हमारे देश में सड़क दुर्घटनाओं में प्रत्येक वर्ष लगभग 44,000 लोगों की मृत्यु केवल हेलमेट का प्रयोग न करने के कारण हो जाती है। एआरटीओ (प्रवर्तन), अमिताभ चतुर्वेदी ने कहा कि सड़क दुर्घटनाओं के सर्वाधिक शिकार 15 से 25 आयु वर्ग के युवा होते हैं, अतः युवाओं को वाहन सावधानी से चलाना चाहिए और तेज गति से चलाने से बचना चाहिए और वाहन चलाते समय मोबाइल फोन का प्रयोग बिल्कुल नहीं करना चाहिए। श्री अरुण श्रीवास्तव, अध्यक्ष, इंडियन अलायंस ऑफ एनजीओज़ ऑन रोड सेफ्टी ने कहा कि दोपहिया चलाते समय हमें बीआईएस/आईएसआई मार्क युक्त हेलमेट का ही प्रयोग करना चाहिए। हेलमेट से हमारा पूरा चेहरा और ठोड़ी भी ढकी रहना चाहिए। साथ ही चिन स्ट्रैप भी लगा होना चाहिए, तभी हमारा सिर सुरक्षित रह सकता है। घटिया क्वालिटी के अथवा खुले हुए टोप के आकार के हेलमेट कदापि प्रयोग नहीं करनी चाहिए, इनका प्रयोग करना असुरक्षित है। क्षेत्रीय क्रीड़ा अधिकारी श्री अनिल कुमार ने कहा कि जिस प्रकार खेल में अनुशासन की बहुत अधिक आवश्यकता होती है, उसी प्रकार वाहन चलाते समय भी हमें अपना पूरा ध्यान ड्राइविंग पर ही केंद्रित करना चाहिए। ड्राइविंग करते समय 2 सेकेंड के लिए भी यदि हमारा ध्यान भटकता है, तो वह दुर्घटनाओं का कारण बन सकता है। आयोजक श्री योगेश शर्मा ने बताया कि इस रैली में महिलाओं को सुरक्षा और यातायात नियमों और हेलमेट की उपयोगिता बताई गई तथा रैली के दौरान दो लाइन बनाकर और वाहनों के बीच पर्याप्त दूरी रखते हुए वाहन चलाने के लिए निर्देशित किया गया। उनके द्वारा यह भी बताया गया कि भविष्य में भी इस प्रकार के और भी आयोजन कराए जाते रहेंगे। रैली की संयोजिका श्रीमती गीता सिंह ने कहा कि जब भी सड़क सुरक्षा और यातायात नियमों के प्रति जागरूकता अभियान की आवश्यकता होगी, महिलाएँ इनमें बढ़ चढ़ कर भाग लेंगी। कार्यक्रम का संचालन करते हुए उड़ान सोसाइटी के अध्यक्ष श्री ज्ञानेंद्र मिश्रा द्वारा रैली में प्रतिभाग कर रही महिलाओं, खेल संस्थाओं और सामाजिक संस्थाओं से पधारे गणमान्य व्यक्तियों का परिचय कराया। कार्यक्रम में हॉकी एसोसिएशन के सचिव श्री हर्ष कुमार, गौरव राजपूत, सतीश शर्मा, अतुल पाराशर ने विशेष सहयोग प्रदान किया। रैली में भाग ले रही महिलाओं का उत्साहवर्धन करने के लिए खेल संगठनों से पधारे प्रमोद शर्मा, वलीउज़्ज़मा, तस्लीम मुख्तार, मोहम्मद जावेद तथा देहदान संस्था के अध्यक्ष एस के गौड़ एवं डी के वर्मा, हेल्प फॉर हैंड्स के अध्यक्ष श्री सुनील कुमार एवं विशाल वार्ष्णेय ,राष्ट्र भक्त संस्था से स्नेहा शर्मा उपस्थित रही । महिलाओं की इस बाइक एवं स्कूटी रैली में भाग लेने वालों के नाम निम्न हैं। कामिनी गौतम, लक्ष्मी शर्मा, स्नेहा शर्मा, गीता सिंह, सोनिका सिंह, मिंटो डांगर, हेमालता, सरिता, विजयलक्ष्मी, मंजू बघेल, करुणा, देवांशी, नसीमा, संध्या, ज्योति शर्मा, शबी ख़ान, तनूजा, रेखा, शोभा, बबिता, विनीता, ललितेश, शिवांगी, पूनम, नीरज, सुमन, निशा, प्रेमलता, कमलेश, अर्चना, कामिनी- ii, दीपाली जैन, गौरी पाठक, खुशबू, मुमताज़, रीना, संध्या, सानिया, मोनिका ।इस रैली को यातायात निरीक्षक श्री ज्ञानेंद्र सिंह ने अपनी देखरेख में यातायात उपनिरीक्षक श्री नीरज सिंह और ट्रैफिक कांस्टेबल अनुपम व महेश की सहायता से संपन्न कराया।