अलीगढ़ – मुस्लिम विश्वविद्यालय के शताब्दी समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आगमन व छात्रों को संबोधित किये जाने के विषय पर अमुवि के पूर्व कोर्ट सदस्य व आम आदमी पार्टी के जिलाध्यक्ष परवेज़ अली खान ने कहा कि उनका सर सय्यद अहमद खां के इदारे में आने का फैसला निश्चित ही प्रशंसनीय है, ये वो इदारा है जहां से तमाम लोग ने तालीम व ज्ञान हासिल कर दुनिया मे अपनी स्वयं की पहचान बनाई व अमुवि का नाम रौशन किया। उन्होंने आगे कहा कि कट्टर हिंदुत्व के उन समर्थकों के लिए ये एक सबक है जिन्होंने महज सस्ती लोकप्रियता के लिए अलीगढ़ के भाई चारे व अमनो अमान को पलीता लगाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। उन्होंने कहा कि मैं हिंदुत्व के कट्टर पैरोकार व अलीगढ़ सांसद से पूछना चाहता हूँ कि क्या यूनियन हॉल में लगी हुई मोहम्मद अली जिन्ना की तस्वीर अब हट गई है अथवा नरेंद्र मोदी के अमुवि आगमन से पूर्व भाजपा के नेताओं ने उस तस्वीर को स्वीकार कर लिया है जिसे वे तमाम कोशिशों के बावजूद हटवा नहीं सके। उन्होंने इशारे इशारे में कहा कि यह एक अहम शिक्षण संस्था है और अमुवि इंताजामिया में पदनसीन लोगों को भी ये ध्यान रखना चाहिए कि किसी भी सूरत में यह शिक्षण संस्था किसी के व्यक्तिगत अथवा राजनीतिक स्वार्थ पूर्ति का केंद्र नहीं बनने पाये।
अलीगढ़ से नगर संवाददाता
शेखर सिंह जादौन