अलीगढ़ आगरा रोड स्थित ज्ञान महाविद्यालय में राष्ट्रीय सेवा योजना व ज्ञान सामाजिक सरोकार समिति के तत्वावधान में अन्तर्राष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस पर गुरुवार को स्वराज्य सभागार में मानवाधिकार जागरूकता संगोष्ठी का आयोजन किया गया।मुख्य अतिथि सचिव व चैयरमैन दीपक गोयल ने कहा कि मानवाधिकार नागरिक के सर्वोच्च नैतिक कल्याण में सहायक है।उन्होंने उदाहरण द्वारा मानव अधिकारों के प्रति जन जागरूकता के प्रयासों को बढ़ाने पर बल दिया।प्राचार्य डॉ वाई के गुप्ता ने कहा कि एलिनोर रूजवेल्ट की अध्यक्षता में मानव अधिकारों की सार्व लौकिक विश्वव्यापी घोषणा पत्र को मानव समाज के मैग्नाकार्टा का नाम दिया।राजनीति विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ वी के वर्मा ने कहा कि यह घोषणा पत्र एक अंतर्राष्ट्रीय दस्तावेज है,जो आदर्शों का प्रतिपादन भी है।डॉ हीरेश गोयल ने कहा कि मानवाधिकार का अर्थ जीवन,स्वतंत्रता, समानता तथा व्यक्ति की गरिमा से जुड़े अधिकार है।अधिकारों की रक्षा करना हम सभी का दायित्व होना चाहिए।कार्यक्रम का संयोजन व संचालन करते हुए जन सम्पर्क अधिकारी डॉ ललित उपाध्याय ने भारत में मानवाधिकारों के प्रयासों व अधिकारों से पहले कर्तव्यों के निर्वहन पर चर्चा की।उन्होंने जम्मू व कश्मीर में देशहित में सेना द्वारा किए जा रहे सुरक्षा प्रयासों में उनके मानव अधिकारों पर भी सोचने की आवश्यकता पर बल दिया।आंतकियो द्वारा मासूम लोगों के साथ दुर्व्यवहार, हत्या जैसे मामले पर चुप्पी तोड़ने की जरूरत है,आतंकवाद को सबक सिखाने का समय अब आ चुका है।इस अवसर पर प्रबंधक मनोज यादव ,डॉ जी जी वार्ष्णेय,डॉ समर रजा, प्रभारी सामाजिक सरोकार डॉ विवेक मिश्रा,डॉ सोमवीर सिंह, डॉ एच एस चौधरी,विद्यार्थी कल्याण समिति प्रभारी शिवानी सारस्वत,पुरातन छात्र समिति प्रभारी डॉ सुहैल अनवर सहित प्राध्यापक व प्राध्यापिकाएं उपस्थित रहे।
अलीगढ़ से नगर संवाददाता
शेखर सिंह जादौन