उत्तर प्रदेश (अलीगढ़) चाइना के वुहान शहर से शुरू हुई कोरोना महामारी से आज पूरी दुनिया जूझ रही है। भारत में अब तक 37,336 मामले सामने आ चुके हैं जिनमें से 9,951 लोग ठीक होकर अपने परिवार के पास लौट चुके हैं जबकि 1,218 लोगों की मौत हो चुकी है। जैसे कि आप सभी जानते हैं कि भारत की अर्थव्यवस्था को मजबूत रखने में बहुत बड़ा हाथ हमारे देश के मजदूर वर्ग का भी है जो कि हमारे देश की इकोनॉमी को मजबूत रखने के लिए उसे रीढ की हड्डी भी कहा जाता है। जो भारत में हुए लॉकडाउन से पूरे तरीके से टूट चुकी है जिसके कारण देश की और अर्थव्यवस्था चरमरा गई है। देश के गांव धात से निकलकर हर राज के कोने कोने में जाकर दो वक्त की रोटी कमाने के लिए अपना घर-परिवार छोड़कर हर राज के बड़े-बड़े शहरों में मजदूरी कर रहे लोग लॉकडाउना होने के कारण दाने-दाने को मोहताज हो चुके मजदूर अपने घर लौटने को मजबूर है भारत के प्रधानमंत्री और हर राज्य के मुख्यमंत्री हर संभव मदद देने का एलान करने के बावजूद भी हर जिले का लोकल प्रशासन की मदत ना मिलने से मजबूर और दुखी होकर अपने अपने घर लौट ने को मजबूर है मजदूर वर्ग जिसके चलते आज सुबह 9: बजे अलीगढ़ के थाना विजयगढ़ क्षेत्र में रहने वाले कमल कुमार ने जब प्रताप टुडे न्यूज़ के कार्यालय पर फोन करके प्रताप टुडे न्यूज़ के संपादक अजय प्रताप चौहान से रोते-बिलखते हुए फोन कर आप बीती बताते हुए बताया कि मैं अलीगढ़ के विजयगढ़ के पास गांव का निवासी हूं और मैं गुरुग्राम में मजदूरी करता हूं मैं यहां पर अपनी एक तीन साल की बच्ची और पत्नी के साथ किराए के मकान में रहता हूँ लॉकडाउन होने के कारण मेरा काम छूट गया है और मैं यहां दाने-दाने को मोहताज हो चुका हूं और साथ ही मेरा मकान मालिक मुझे किराए के लिए बहुत टॉर्चर कर रहा है। जिसके चलते ना ही मेरे पास मकान का किराया देने के लिए पैसे हैं और ना ही अपने बच्ची को खाना खिलाने का कोई इंतजाम है मैं पूरे तरीके से टूट चुका हूं जिसके चलते मुझे घर लौटने के इलावा और कोई चारा नहीं दिख रहा कृपया करके मुझे यहां से मेरे घर पहुंचाने में मेरी मदद करिए ।