झाँसी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख अरुण कुमार ने कहा कि भारत में रहने वाला प्रत्येक व्यक्ति हिन्दू है। भारत में रहने वाले मुसलमानों को भी संघ में शामिल किया जा सकता है, क्योंकि वह पूर्व हिन्दू ही तो थे। संघ जातिपात पर विश्वास नहीं करती। उन्होंने कहा कि संघ कार्य में नई पीढ़ी का प्रवेश तेजी से हो रहा है। संघ ने बदलते हुए परिवेश को ध्यान में रखकर 6 नई गतिविधियाँ प्रारम्भ की हैं। इनमें पर्यावरण, ग्राम्य विकास, सामाजिक समरसता व कुटुम्ब प्रबन्धन आदि कार्य शामिल हैं। इन गतिविधियों के सफल संचालन के लिए ग्राम की सामूहिक शक्ति का जागरण करना जरूरी है, जिससे समाज की विभिन्न कमजोरियों को दूर किया जा सके। वह अम्बाबाय स्थित एसआर इंजीनियरिंग कॉलेज में चल रहे अखिल भारतीय योजक वर्ग के दौरान पत्रकारों से बात कर रहे थे। उन्होंने कहा कि 2010 से संघ के कार्य में लगातार वृद्धि हो रही है। इसका कारण समाज में संघ कार्य की स्वीकारोक्ति व अनुकूलता बढ़ी है। इसके कारण जहाँ 2010 में संघ की 40 हजार शाखाएं थीं, जो 2019 में बढ़कर 60 हजार हो गई हैं। लोगों में संघ जानने और उससे जुड़ने की प्रबल इच्छा हुई है। 6 लाख लोगों ने अभी तक संघ से ऑनलाइन जुड़ने की इच्छा व्यक्त की है। इसमें 2018 में 1.5 लाख और 2019 में अब तक महज 6 माह में 67 हजार लोगों ने संघ से जुड़ने की इच्छा व्यक्त की है। संघ समाज से कुरीतियों दूर करने का कर रही प्रयास उन्होंने बताया कि 6 हजार शाखाओं में 60 वर्ष से ऊपर के लोग जा रहे हैं, जबकि 16 हजार शाखाओं में 25 वर्ष से ऊपर के शामिल हो रहे हैं। इसके अलावा 37 हजार शाखाओं में विद्यार्थी जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि संघ में नई पीढ़ी का तेजी से प्रवेश हो रहा है। पूरे देश में संघ के 1 हजार प्रशिक्षण वर्ग लगते हैं । 7 दिवसीय प्राथमिक शिक्षावर्ग में प्रति वर्ष 1 लाख 25 हजार लोग प्रशिक्षण लेते हैं। इसलिए समाज की अपेक्षा है कि संघ सभी वर्गों में पहुँचकर कुरीतियाँ दूर कर सके।
पर्यावरण संकट से निपटने की तैयारी उन्होंने बताया कि संघ ने देश में बढ़ते पर्यावरण संकट को देखते हुए जल सरंक्षण, वृक्षारोपण व कचरा प्रबन्धन की दिशा में भी कार्य करने का फैसला किया है। इतना ही नहीं ग्राम्य विकास की दिशा में गौसेवा व गौ संरक्षण की ओर भी संघ का ध्यान तेजी से गया है। समाज में सामाजिक समरसता खड़ी हो इसको ध्यान में रखते हुए धार्मिक, सामाजिक व सभी संगठनों को साथ में लेकर सामाजिक सद्भाव बनाने का कार्य संघ कर रहा है। कुटुम्ब प्रबन्धन का किया जा रहा कार्य उन्होंने कहा कि परिवार हमारे समाज की ताकत है। इसलिए संघ ने कुटुम्ब प्रबन्धन का भी कार्य शुरू हुआ किया है। संघ कार्य बढ़ने से समाज की अपेक्षाएं संघ से बढ़ी हैं। इसके लिए संघ ने 5 वर्ष पूर्व प्रशिक्षण का कार्य प्रारम्भ किया। इससे कार्यकर्ता की क्षमता का विकास व गुणात्मकता में वृद्धि हो सके, क्योंकि संघ कार्य का आधार कार्यकर्ता ही है। उन्होंने बताया कि देश में संघ ने 300 विभाग व 800 जिलों की रचना की है। इसमें जिला व ऊपर के 9 हजार व प्रान्त व क्षेत्र स्तर के 1 हजार कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण दिया जाता है । इस योजक वर्ग में 140 प्रशिक्षार्थी भाग ले रहे हैं। एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि सज में समरसता बढ़नी चाहिए। कानून हाथ में लेने का किसी को अधिकार नहीं मॉब लिंचिंग के सम्बन्ध में एक सवाल का जवाब देते हुए अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख अरुण कुमार ने कहा कि संविधान की व्यवस्था बनायी गयी है। उस व्यवस्था के हिसाब से ही चलना चाहिये। किसी को कानून को हाथ में लेना का अधिकार नहीं है। समाज का पतन हमारी अन्दर की कमजोरी है। ये रहे मौजूद
संघ के अखिल भारतीय सह प्रचार प्रमुख नरेंद्र कुमार ठाकुर व सह प्रान्त कार्यवाह इंजीनियर अनिल श्रीवास्त उपस्थित रहे।