टप्पल अपहरण के बाद बच्ची की हत्या पुलिस पर लापरवाही का आरोप अपहरण में नही की थी कोई भी कार्यवाही,28 मई को बच्ची के पिता और आरोपियों के बीच ऐसी के 10 हजार रुपये के लेनदेन में हुआ था झगड़ा, जिसके बाद आरोपी को अपनी बेज्जती फील हुई जिसका बदला लेने के लिए आरोपी ने बच्ची को बनाया था निशाना, जब 30 मई की सुबह जब बच्ची चाय पीकर घर से खेलने निकली तो आरोपी ने बच्ची का अपहरण कर मंदिर के पीछे खेत मे ले गए और गला दबाकर हत्या कर बच्ची के हाथ व पैर काटने के बाद तेजाब डाल दिया और बच्ची के शव को कूड़े के ढेर में फेंक दिया जब कूड़े से बदबू उठने के बाद ग्रामीणों ने देखा तो बहा बच्ची का शव मिला तो पुलिस भी पहुच गई और बच्ची के परिवारीजनों को पुलिस ने बुलाया तो गुस्साए ग्रामीण व परिजनों ने थाना टप्पल के सामने शव रखकर हंगामा किया, परिजनों ने बताया कि अपहरण के 4 दिन में नाम जद आरोपियों के खिलाफ पुलिस ने कोई नही की है अगर पुलिस आरोपियों के खिलाफ तुरंत
कार्यवाही करती तो ये घटना नहीं होती, बच्ची के परिजनों ने 2 नामजद तथा पांच लोग अज्ञात के खिलाफ तहरीर दी थी, इस पूरी घटना में पुलिस ने दो नाम जद आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है और पांच लोगों को पुलिस अभी तक क्लीन चिट दे रही है जिससे बच्ची के परिजन काफी नाराज है, इस घटना के बाद राजनीति भी जोरो पर है क्योंकि बच्ची हिन्दू थी और आरोपी मुस्लिम है जिसके चलते कई हिंदूवादी संगठन टप्पल में जाकर राजनीति कर रहे है, पुलिस कार्यवाही पर पहले दिन से ही लापरवाही का परिजन लापरवाही का आरोप लगा रहे है,पुलिस ने आज पांच पुलिस कर्मियों को निलंबित किया है जिसमे एक इंस्पेक्टर व तीन दरोगा सहित एक सिपाही को दोषी मानते हुए निलंबित किया है, आरोपी पुलिस कर्मियों के खिलाफ एसएसपी ने भी देरी से क्यो की है कार्यवाही,परिवार को मैनेज करने में जुटे पुलिस के आलाधिकारी