विश्व मलेरिया दिवस के अवसर पर जिलाधिकारी अलीगढ़ चंद्रभूषण सिंह के निर्देश पर राजकीय होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज व अस्पताल में कार्यक्रम आयोजित हुए जिसमे प्रथम चरण में कॉलेज द्वारा गोद लिए गांव कल्लुपुरा में डॉक्टरों की टीम डॉ कृति वार्ष्णेय, डॉ सचिन पाल, डॉ शैलेन्द्र कुमार मौर्या व डॉ मंजू माध्यान ने घर घर जा कर मलेरिया प्रतिरोधक दवा खिलाई एवं मलेरिया से बचाव रखने पर जागरूक किया दूसरे चरण में बाह्य रोग विभाग के सभागार में प्राचार्य प्रो.(डॉ)योगेंद्र सिंह माहुर की अध्यक्षता में एक संगोष्ठी की गई जिसमें जिसमे कॉलेज में आये रोगियों के समक्ष एवं कॉलेज के शिक्षकों
चिकित्सकों व समस्त स्टाफ व कर्मचारियों ने भाग लिया।इस कार्यक्रम का संचालन डॉ निमेश कुमार ने किया व कहा कि मलेरिया के विषय में जागरूकता लाने के लिए ही आज विश्व मलेरिया दिवस मनाया जा रहा है संगोष्ठी में डॉ आशा रानी ने बताया कि मौसम के बदलने पर यदि बुखार आ रहा है,सिर में दर्द है और कमजोरी लग रही है, तो लापरवाही न करें तुरंत चिकित्सक का परामर्श लें हो सकता है ये आगे चलकर मलेरिया का रूप ले लें,डॉ मोना गुप्ता ने मलेरिया के पहचान का तरीके बताए जिनमे,ठंड देकर बुखार आना,सिददर्द होना,उल्टी हो भी सकती है और नहीं भी कमर में दर्द होना,कमजोरी लगना है,डॉ पुष्पराज सिंह ने बताया कि होम्योपैथी जनक डॉ हैनीमैन ने सर्वप्रथम मलेरिया लक्षण को ही अपने ऊपर प्रूव किया था डॉ निमेश कुमार ने बताया कि मलेरिया से बचने के लिए जरूरी है कि मच्छरों से बचा जाए इसके लिए कुछ सावधानियाँ अपनानी चाहिए जिसमे पूरी बाँह के कपड़ों का प्रयोग करें,सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करें,घर में पानी को जमा न होने दें,अगर आसपास पानी जमा है तो उसमें ऑइल डाल दें जिससे मच्छर नहीं पनपेंगे,थोड़ा भी बुखार आने पर डॉक्टर से परामर्श लें अंत मे प्राचार्य प्रो.
(डॉ)योगेंद्र सिंह माहुर ने बताया कि राजकीय होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज में मलेरिया के लिये खून की जॉच व इससे बचने के लिए प्रतिरोधक दवाएं उपलब्ध है इसके अलावा यहाँ चिकेन पॉक्स,खसरा,स्वाइन फ्लू,चिकनगुनिया, डेंगू, जैसी अनेक बीमारियों से बचने की प्रतिरोधक दवाएं भी उपलब्ध है