नीरज जैन की रिपोर्ट
लखनऊ । सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार उत्तर प्रदेश के 27 हजार से अधिक बेसिक स्कूलों का अस्तित्व खतरे में है। ये वे स्कूल हैं जिनमें छात्रों की संख्या 50 से कम है। बेसिक शिक्षा के विवादित मंत्री संदीप सिंह की सहमति से डीजी स्कूल शिक्षा के निर्देश पर ऐसे स्कूलों के नजदीकी स्कूलों का ब्योरा मांगा जा रहा है। यह निर्देश भी दिए जा रहे हैं कि नजदीकी स्कूल ऐसे हों, जिनके रास्ते में नदी, नाला, रेलवे ट्रैक जैसी कोई बाधा न हो।
27,931 स्कूलों में 50 से कम बच्चे वो स्कूल चिन्हित किए जा रहे हैं।
महानिदेशक स्कूल शिक्षा कंचन वर्मा ने जून में यू-डायस पोर्टल से हर जिले के ऐसे स्कूलों का ब्योरा इकट्ठा किया था, जिनमें छात्र संख्या 50 से कम है। ऐसे स्कूलों की संख्या 27,931 थी। उसके बाद सभी जिलों के बीएसए को यह ब्योरा भेजकर स्थिति पर खेद जताया था। साथ ही स्कूलों से इस पर स्पष्टीकरण मांगने के निर्देश दिए थे।
अब सभी जिलों के बीएसए डीजी के निर्देश का हवाला देते हुए जिले में 50 से कम बच्चों वाले स्कूलों की लिस्ट भेजकर उनके नजदीकी स्कूलों का ब्योरा मांग रहे हैं।
प्राथमिक शिक्षक प्रशिक्षित स्नातक असोसिएशन के अध्यक्ष विनय कुमार सिंह कहते हैं कि जब एकीकरण की बात कही जा रही है और नजदीकी स्कूल की सूचना मांगी जा रही है तो यह निश्चित आशंका उत्पन्न होती है कि स्कूल बंद कर दिए जाएं।