अन्नू सोनी की रिपोर्ट
अलीगढ़ । नीरज कुमार के पैर की पहली सफल सर्ज़री शहर की जानी-मानी संस्था हैंडस फ़ॉर हैल्प के द्वारा हो गयी है। इस सर्ज़री में डॉ०दिनेश शर्मा और डॉ०ईशान भारद्वाज का विशेष सहयोग रहा, साथ ही डॉ०भरत कुमार वार्ष्णेय हाई.टेक.
पैथोलॉजी क्लीनिक का भी हर बार की तरह इस बार भी सहयोग रहा।
हैंड्स फ़ॉर हैल्प को कुछ दिन पहले नीरज कुमार ने अलीगढ शहर से लगभग 60 किलोमीटर दूर जट्टारी के पास ग्राम शादीपुर ने हैंड्स फ़ॉर हैल्प संस्था से अपने उपचार के लिए मदद मांगी थी। टीम ने जाकर जब देखा नीरज कुमार 38 वर्षीय युवक जो असहाय लाचार अवस्था के कारण विस्तर पर पिछले 2 साल से पढ़े हुए हैं ।
संस्था ने परिवार की समस्या को जाना, संस्था ने जब उसके गांव जाकर सर्वे किया और परिवार की स्थिति को जाना तो पता चला की परिवार की आर्थिक स्तिथि काफी दयनीय है। परिवार और ग्रामीणों के अनुसार दो वर्ष पूर्व कोविड महामारी के दौरान लॉकडाउन में एक गंभीर सड़क दुर्घटना घटित हुई थी जिसमें नीरज और उसका परिवार तितर विरत हो गया व परिवार पर मुसीबतों का पहाड़ सा टूट पड़ा।
दुर्घटना में नीरज का छोटा भाई और खुद नीरज की 12 वर्षीय बेटी की मौके पर ही मौत हो गई और स्वयं नीरज का दाहिना हाथ पूर्णतः कट गया और दाहिनी पैर की हड्डी में गंभीर चोट आई। नीरज को पैर की सर्जरी की जरूरत थी, नीरज के परिवार में जिस भाई का निधन हुआ उनके 3 बच्चे है।
और नीरज का एक बेटा एक बेटी है, अब नीरज ही अपने परिवार की आखिरी उम्मीद है। जिस पर अपने परिवार के साथ साथ अपने भाई के बच्चों की भी जिम्मेदारी है, लेकिन खुद नीरज अभी कुछ भी कर पाने में अक्षम था,एक लाचार और बीमार माँ और एक असहाय पिता के आंख में से आंसू थम ही नही रहे हैं।
संस्था ने परिवार को मदद के लिए पात्र समझते हुए उनका पहली सर्जरी सकुशलता हो गयी है। इसमे अमित गर्ग ,आदिल रिज़वान और उनके साथी सहयोगियों के साथ अमित गर्ग व आप सभी का सहयोग रहा। उपस्थित सदस्य – सुनील कुमार (संस्थाध्यक्ष),डॉ डी.के वर्मा,शिवम माहेश्वरी दीपक खन्ना आदि रहे।