संजय सोनी की रिपोर्ट
अलीगढ़ । थाना सिविल लाइन इलाके के हमदर्द नगर ए गोल मार्केट के पास एक बहुमंजिला इमारत के बाहर उड़ीसा व अलीगढ़ की लोकल पुलिस को देख कर लोग दंग रह गए। क्योंकि यहाँ जफर अहमद नाम का एक व्यक्ति साधारण शरीफ इंजीनियर की प्राइवेट नौकरी दर्शा कर रह रहा था। जो कि ठग गिरोह का मास्टरमाइंड निकला है।
आपको बतादें, ओडिशा पुलिस ने नौकरी के नाम पर बेरोजगारों से अब तक की सबसे बड़ी ठगी का पर्दाफाश करते हुए उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ से मास्टरमाइंड को गिरफ्तार किया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक आरोपी ने फर्जी सरकारी वेबसाइट बनाकर पांच राज्यों गुजरात, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, पश्चिम बंगाल और ओड़िसा के 50,000 से अधिक बेरोजगारों को ठगा। इसके लिए 1,000 से अधिक सिम कार्ड, 530 मोबाइल फोन और 100 बैंक खातों का इस्तेमाल किया गया।
क्षेत्राधिकारी सिविल लाइन शिव प्रताप सिंह ने बताया है कि 29 दिसंबर 2022 को इंस्पेक्टर पीआर साहू ईओडब्ल्यू ओडिशा अपने अभियोग में वांछित अभियुक्त जफर अहमद को गिरफ्तार किया गया जिसे अपने साथ ओडिशा गिरफ्तार करके ले गए हैं जनपद अलीगढ़ में जफर अहमद के विरुद्ध कोई भी मामला दर्ज नहीं है।
जफर अहमद के घर पहुंचकर जब परिजनों से या स्थानीय लोगों से कुछ जानकारी जुटानी चाही तो सभी लोगों ने किसी भी प्रकार की जानकारी उपलब्ध कराने से इंकार कर दिया। हालांकि जफर अहमद की मां ने बताया है कि उनका बेटा नोएडा की एक निजी कंपनी में इंजीनियर है। जो कि शनिवार को यहां अलीगढ़ घर आया करता था।
और रविवार को रुककर सोमवार की सुबह चला जाया करता था। इससे ज्यादा जफर की मां को जानकारी नहीं होना बताया है। वहीं, उन्होंने यह भी बताया कि उनके बेटे जफर अहमद को पूछते पूछते पुलिस घर आई थी। वह यहां नहीं था। तो कुछ ही दूरी पर सफर के भाई की ई रिक्शा की दुकान है, जहां वह मौजूद था। वहीं से पुलिस उसको उठाकर ले गई।