– निक्षय दिवस पर बलगम जांच के साथ ही दी जाएगी टीबी उन्मूलन कार्यक्रम की जानकारी
रेनू शर्मा की रिपोर्ट
बुलंदशहर। जनपद की समस्त चिकित्सा इकाइयों और हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर्स (एचडब्लूसी) पर गुरुवार (15 दिसम्बर) को प्रथम निक्षय दिवस का आयोजन किया जाएगा। मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डा. विनय कुमार सिंह ने बताया- निक्षय दिवस का उद्देश्य क्षय रोग के बारे में जन – जागरूकता और मॉनीटरिंग को बढ़ाना है, ताकि क्षय रोगियों की पहचान और उपचार जल्दी हो सके। दरअसल पल्मोनरी टीबी एक संक्रामक रोग है और पहचान में देरी होने से उपचार शुरू होने तक रोगी अपने संपर्क में आने वाले कई लोगों को संक्रमित कर देता है। टीबी मुक्त भारत का लक्ष्य हासिल करने के लिए संक्रमण का चक्र तोड़ना जरूरी है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा विनय कुमार सिंह ने बताया- शासन के निर्देश पर जनपद के समस्त स्वास्थ्य केंद्रों पर गुरुवार को निक्षय दिवस का आयोजन किया जाएगा। कार्यक्रम को टीबी विभाग ने सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों (सीएचओ) को गाइडलाइन की विस्तार से जानकारी दे दी है। सीएचओ अपनी आईडी से निक्षय पोर्टल पर स्वयं नोटिफिकेशन करेंगे। सीएमओ ने निक्षय दिवस के लिए शासन से आए बैनर के फॉर्मेट के मुताबिक दीवार लेखन कराने के निर्देश चिकित्सा इकाइयों को दिए हैं।
डीटीओ डा. हेमंत रस्तोगी ने बताया जनपद में अब सीएचओ के प्रयास से जो क्षय रोगी खोजे जाएंगे, निक्षय पोर्टल पर उनका नोटिफिकेशन वह स्वयं अपनी आईडी से करेंगे। यह जानकारी निक्षय पोर्टल पर मौजूद रहेगी कि कौन – कौन सीएचओ क्षय रोगियों को खोजने में अच्छा काम कर रहे हैं। संभावित मरीजों की जांच के उपरांत समय से उपचार दिया जाएगा।
डीटीओ ने बताया गुरुवार को जनपद में पहले निक्षय दिवस का आयोजन किया जाएगा। आशा – एएनएम लक्षणों के आधार पर संभावित क्षय रोगियों को चिन्हित कर रही हैं और निक्षय दिवस पर जांच के लिए नजदीकी चिकित्सा इकाई या एचडब्लूसी पर उनका पहुंचना भी सुनिश्चित कर रही हैं। निक्षय दिवस पर टीबी जांच के लिए खुले में स्पुटम (बलगम) कलेक्शन कॉर्नर बनाए गये हैं। निक्षय दिवस पर शुगर और एचआईवी जांच भी की जाएगी।