– सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र डिबाई पर हुआ पहला सिजेरियन
रेनू शर्मा की रिपोर्ट
बुलंदशहर । सरकार मातृ मृत्यु दर में कमी लाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। इसी क्रम में अब जिला अस्पताल के साथ-साथ जनपद के तहसील स्तरीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (सीएचसी) डिबाई और स्याना गर्भवती के सिजेरियन (ऑपरेशन) की सुविधा शुरू की गई है। जल्दी ही शिकारपुर, लखावटी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर भी यह सुविधा उपलब्ध होगी। इसके लिए इन केन्द्रों पर महिला चिकित्सक व एनस्थीसिया चिकित्सक को तैनात किया है। जनपद की गर्भवती को नजदीक के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर सिजेरियन ऑपरेशन की सुविधा मिलेगी। तहसील क्षेत्र के लोगों को गर्भवती को लेकर अब जिला अस्पताल के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. विनय कुमार सिंह ने बताया जनपद की स्वास्थ्य सेवाओं को लगातार बेहतर करने का प्रयास किया जा रहा है, जिससे जनपद की गर्भवती को स्वास्थ्य सेवा मिलने में किसी तरह की कोई परेशानी न हो। जनपद के समस्त स्वास्थ्य केंद्रों पर हर महीने की नौ तारीख को प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान दिवस पर गर्भवती की सभी जांच का प्रावधान है। अब जनपद के तहसील स्तर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर गर्भवती के ऑपरेशन की सुविधा शुरू की गई है। जनपद के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र डिबाई में सीएचसी अधीक्षक डा आनंद सिंह की निगरानी में डा हेमंत गिरी व सहायक डा. प्यारेलाल, महिला सर्जन डा. रचिता, डा. प्रवीन कुमार, सर्जरी सहायक डा. प्रभात गौड़ ने सिजेरियन से प्रसव कराया है। जच्चा-बच्चा दोनों स्वस्थ हैं।
सीएचसी प्रभारी डॉ एके सिंह ने बताया अब सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर सिजेरियन ऑपरेशन की सुविधा शुरू हो गई है। इससे क्षेत्रीय लोगों को काफी राहत मिलेगी। गर्भवती के ऑपरेशन के लिए लोगों को अब जिला अस्पताल नहीं भागना पड़ेगा।डिबाई के ही सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर अब जरूरतमंद गर्भवती को ऑपरेशन की सुविधा का लाभ मिल सकेगी।
इनका हुआ ऑपरेशन
डिबाई के गांव रेहमापुर निवासी राकेश कुमार ने अपनी पत्नी आशा को प्रसव पीड़ा होने पर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर भर्ती कराया था। वहां आशा का सामान्य प्रसव नहीं हुआ तो चिकित्सकों की टीम ने सिजेरियन आपरेशन का निर्णय लिया। यह सीएचसी पर पहला ऑपरेशन था राकेश ने सफल आपरेशन के लिए सीएचसी प्रभारी सहित चिकित्सकों की टीम का आभार जताया है।