परिवार नियोजन में पुरुषों की भूमिका भी महत्वपूर्णः सीएमओ
रेनू शर्मा की रिपोर्ट
बुलंदशहर । पुरुष नसबंदी पखवाड़ा के तहत जिला अस्पताल प्रांगण से मंगलवार को सारथी वाहन को मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. विनय कुमार सिंह ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। सारथी वाहन के माध्यम से जिले के हर ब्लाक, गांव-गांव जाकर परिवार नियोजन के प्रति जागरूक किया जाएगा।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. विनय कुमार सिंह ने बताया जनपद में विगत 21 नवंबर को पुरुष नसबंदी पखवाड़े का शुभारंभ हुआ था। आयोजित पखवाड़ा के तहत पुरुषों को नसबंदी के प्रति जागरूक किया जा रहा है। पखवाड़ा में दम्पति में प्रजनन स्वास्थ्य में सुधार लाने के लिए पुरुषों की सहभागिता बहुत महत्वपूर्ण है। प्रजनन स्वास्थ्य के दृष्टिगत पुरुष नसबंदी बहुत ही मह्त्वपूर्ण है, क्योंकि यह एक मामूली शल्य क्रिया है तथा महिला नसबंदी की तुलना में अपेक्षाकृत अधिक सुरक्षित है। पुरुष नसबंदी के लिए न्यूनतम संसाधनों एवं बुनियादी ढांचे की आवश्यकता होती है। पखवाडा में अब तक सात पुरुष स्वेच्छा से नसबंदी करा चुके हैं।
परिवार नियोजन के नोडल अधिकारी व अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. सुनील कुमार सिंह ने कहा पुरुषों में यह भ्रांति है कि नसबंदी कराने से कमजोरी आती है। यह एकदम निराधार बात है। पुरुष नसबंदी स्थाई परिवार नियोजन का एकदम सुरक्षित और कारगर उपाय है। यह मामूली सी शल्य क्रिया है और महिला नसबंदी के मुकाबले आसान भी है। नसबंदी कराने के बाद पुरुष में किसी प्रकार की कमजोरी नहीं आती। इसलिए पुरुषों को भी परिवार नियोजन में बराबर की जिम्मेदारी निभानी चाहिए।
उन्होंने बताया पुरुष नसबंदी पखवाड़ा के दौरान जनपद में एएनएम / आशा कार्यकर्ता समुदाय में गृह भ्रमण करते हुए पुरुषों से संपर्क कर रही हैं। पखवाड़ा का पहला चरण (मोबिलाइजेशन) 21 से शुरू हुआ जो 27 नवम्बर तक चला। दूसरा चरण जिसमें परिवार नियोजन की सेवाएं उपलब्ध करायी जा रही हैं, 28 नवम्बर से शुरू हो चुका है। यह चार दिसम्बर तक चलेगा।