12 दिसंबर को एटा में भ्रष्टाचार अन्याय अत्याचार के विरुद्ध होगी किसान महापंचायत
संजय सोनी की रिपोर्ट
एटा । अखिल भारतीय किसान यूनियन के बैनर तले एटा कचहरी स्थित धरना स्थल सहित उत्तर प्रदेश के सभी जनपद मुख्यालय पर किसान, मजदूर, नौजवानो ने एकत्रित होकर प्रदर्शन कर अवगत कराया कि 02 वर्ष पूर्व दिल्ली में शुरू हुए किसान आंदोलन की दुतीय वर्षगांठ के अवसर पर प्रदर्शन कर किसान मजदूरों के विभिन्न मुद्दों को उठाया गया एवं उक्त समस्याओं के समाधान कराने हेतु 12 दिसंबर 2022 को एटा कलक्ट्रेट स्थित धरना स्थल पर भ्रष्टाचार अन्याय अत्याचार के विरुद्ध प्रस्तावित किसान महापंचायत को सफल बनाने के लिए संगठन के पदाधिकारी कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी सौंपी गई ।
तमाम साथियों को संगठन के कार्यक्रम के प्रचार प्रसार करने हेतु गांव-गांव जाकर घर-घर किसान मजदूरों के साथ संबाद स्थापित कर आंदोलन में अधिक से अधिक लोगों को जोड़ने के लिए लगाया गया साथ ही बड़ी संख्या में किसानों को कलेक्ट्रेट पर एकत्रित कर प्रशासनिक मशीनरी द्वारा आम जनता की लूट की जा रही है । इसलिए देश एवं प्रदेश की सरकार को जमीनी हकीकत का आईना दिखाने के लिए । किसान मजदूरों का सड़कों पर उतरना अति आवश्यक है जैसा कि हम – आप सब देख रहे हैं कि देश एवं प्रदेश के नौकरशाह अपने आप को इस देश का मालिक समझ बैठे हैं ।
और इस देश के सही मायने में असल मालिक किसान – मजदूर – नौजवान को अपना गुलाम समझते हैं इसलिए हम सबको जरूरत है कि हम सब एकजुट होकर उक्त आंदोलन को इतनी मजबूती के साथ लड़कर नौकरशाही को अवगत कराए कि किसान मजदूर नौजवान महिलाओ की सेवा के लिए सरकार द्वारा आप लोग रखे गए है ना कि हम लोगों के ऊपर हुकूमत करने के लिए आप देख रहे हैं कि जब किसान को खाद, बीज, बिजली-पानी आदि की आवश्यकता होती है तो उसे समय पर उपलब्ध नहीं कराई जाती है और खाद के साथ कंपनियों एवं सरकार के द्वारा जबरिया लगेज के नाम पर लूट की जा रही है, निराश्रित गोवंश सहित आबारा जानवरों से निजात दिलाई जाए, नलकूपों पर लगाए जा रहे विद्युत मीटर हटाए जाए,
एटा कासगंज रेल विस्तार, नहर राजवाहो में टेल तक पानी, ट्रैक्टर ट्रॉली पर यात्रा पर लगाई गई रोक, खेतों के तारों पर लगाई गई रोक, शत प्रतिशत किसानों का कर्जा माफ, अतिवृष्टि से बर्बाद 100% किसानों को तत्काल मुआवजा दिलाने, स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू कर किसान आयोग का गठन करना, किसान मजदूर दिव्यांग विधवा आदि को ₹10000 प्रति माह पेंशन, पीएम किसान सम्मान निधि को प्रतिमाह ₹10000 प्रति लाभार्थी दिलाई जाए, वीरांगना अवंती बाई मेडिकल कॉलेज में मरीजों की पर्याप्त जांच – दबाई अवनी परधी संस्था द्वारा बेरोजगारों की लूट की जा रही है उसको तत्काल रोक कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए, वीरान पड़े वीरांगना अवंतीबाई वन चेतना केंद्र को किसानों को गोद दिया जाए, ईशन नदी एवं अरिंद नदी को किसानों को गोद देकर 15 फुट गहरी खुदाई कराई जाए, एटा टूंडला मार्ग – एटा ऑनघाट रोड सहित आदि सड़कों को गड्ढा मुक्त कराया जाए, तहसील एवं थानों में बैठे भ्रष्ट अधिकारी कर्मचारियों के खिलाफ तत्काल कठोर कार्रवाई की जाए सहित आदि मुद्दों को प्रमुख रूप से उठाया गया उक्त प्रदर्शन के अंत में प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री के नाम संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी एटा के माध्यम से भेजा।
इस अवसर पर प्रमुख रूप से :- राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिल संघर्षी, राष्ट्रीय महासचिव तेज सिंह वर्मा – सुरेंद्र शास्त्री, प्रदेश महासचिव रघुवीर सिंह, प्रदेश उपाध्यक्ष राजेश सीतलपुर, प्रदेश संगठन मंत्री प्रदीप अहीर, डॉ0 राजपाल वर्मा, भगवान सिंह बर्मा, वेद प्रकाश वर्मा, अशोक कुमार, पिंकी भैया, डॉ0 सुनील यादव, विकास बाबू, सुखबीर सिंह, देवव्रत नेताजी, प्रिंस बाबू , पंडित ओमदेव शास्त्री, रामविलास प्रधान, दुर्गेश कुमार, डॉ0 राजेश शाक्य, उमेश कुमार, मैनेजर सिंह, पुष्पेंद्र बघेल, चौधरी रामपाल सिंह, एसपी राजपूत, प्रेम सिंह नेताजी, जसवंत सिंह महाराणा, राजेन्द्र सिंह, सकुंतला देवी, सुनीता देवी चौहान सहित आदि लोग उपस्थित रहे।