ठाकुर धर्म सिह ब्रजवासी की रिपोर्ट
मथुरा । फौजी सरहद पर अपनी जान की बाजी लगाकर देश एवं देशवासियों के मान,सम्मान और जीवन की रक्षा करता है और दुश्मनों के हौसलों को पस्त करता है तो वहीं देश के अंदर शासन एवं प्रशासन की मिली भगत के चलते भूमाफियाओं के हौंसले इतने बुलंद हो जाते हैं की एक रिटायर फौजी को 25 साल तक अपनी ऑफिस चक्कर कटवाते है। मामला मथुरा जिले के थाना हाईवे क्षेत्र की हनुमान नगर में रहने वाले रिटायर्ड फौजी सुभाष चंद्र पुत्र स्व नारायण सिंह जिन्होंने कर्मयोगी ग्रुप से वर्ष 1997 में 200 वर्ग गज जमीन का सौदा किया था ।
जिस प्लॉट का नंबर KA 305 था जिसका पूरा पैसा कर्मयोगी ग्रुप को दे दिया गया ।और रजिस्ट्री कराने की बात कही गई लेकिन कर्मयोगी ग्रुप के मालिक दिनेश अग्रवाल और विश्वास नाथ अग्रवाल जो दौनो भाई है उन्होंने कहा की रजिस्ट्री बाद में कर देंगे यदि आपको विश्वास नहीं है तो आप स्टांप पेपर पर लिखबालो उसी समय 100 रु का स्टांप पेपर में कर्मयोगी ग्रुप के द्वारा प्लॉट संख्या KA 305 को फौजी की पत्नी मधुबाला के नाम लिखा गया और कोई भी पैसा फौजी पर बकाया नही है यह सत्यापित किया गया जो की अभी भी फौजी के पास रखा है । लेकिन उस जमीन की कीमत लगभग पचास लाख होगी जिस कारण कर्मयोगी ग्रुप की नियत खराब हो गई ।
जिससे परेशान होकर रिटायर फौजी सुभाष चंद्र ने एफआईआर दर्ज कराई लेकिन कोई भी कार्यवाही नही हुई जब फौजी के द्वारा कर्मयोगी ग्रुप के दोनों मालिकों का आपराधिक इतिहास निकलवाया गया तो पता चला की दिनेश अग्रवाल पर 29 मामले एवं विश्वाश नाथ अग्रवाल पर 10 मामले दर्ज हैं वहीं एक तरफ योगी सरकार भू माफियाओं पर शिकंजा कसने की बात कहती है यदि बकाई में सरकार भू माफियाओं पर शिकंजा कस रही है ।
तो यह दोनों खुलेआम क्यों घूम रहे हैं जिनके ऊपर करीब तीन दर्जन से अधिक मामले दर्ज हैं अब देखना यह होगा की क्या योगी सरकार इन भू माफियाओं पर शिकंजा कस पाएगी भैया यह भूमाफिया इसी प्रकार खुलेआम घूमते रहेंगे रिटायर्ड फौजी को उसका हक मिलेगा या यह मामला ठंडे बस्ते में डाल दिया जाएगा अब देखना यह होगा क्या प्रशासन ने रिटायर फौजी को इंसाफ दिला पाएगी या एक अपराधी का साथ देगी ।