– निक्षय पोषण योजना के तहत 500 रूपए दिए जाने हेतु बैंक खाता लेकर उसे पोर्टल पर अंकित करना जरूरी है : डीटीओ
संजय सोनी की रिपोर्ट
अलीगढ़ । राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत गुरुवार को राज्य स्तरीय टेक्निकल सपोर्ट यूनिट लखनऊ से नफीस खान व अभिनव कुमार द्वारा दो दिवसीय सहयोगात्मक निरीक्षण किया गया। निरीक्षण उपरांत जनपद के पंडित दीनदयाल उपाध्याय जिला संयुक्त चिकित्सालय में जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. अनुपम भास्कर ने सभी टीबी फील्ड सम्बंधित स्टाफ को जरूरी दिशा निर्देश दिए गए।
जिला क्ष्य रोग अधिकारी डॉ अनुपम भास्कर ने बताया कि जिस तरह से टीबी नोटिफिकेशन में जनपद सौ प्रतिशत से अधिक लक्ष्य को प्राप्त कर चुका है, उन सभी मरीजों का पब्लिक हेल्थ एक्शन करना अत्यंत आवश्यक है। जिसमे मरीज को निक्षय पोषण योजना के तहत 500 रूपए दिए जाने हेतु बैंक खाता लेकर उसे पोर्टल पर अंकित करना जरूरी है। उन्होंने कहा कि एचआईवी, डायिबिटीज, यूडीएसटी, जीओ टेग्गिंग के दौरान कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग करना भी उतना ही आवश्यक है, जितना की जनपद को 2025 तक टीबी मुक्त कराने का संकल्प है।
जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ अनुपम भास्कर ने सभी फिल्ड स्टाफ को निर्देशित किया। कि सभी लोग अपने क्षेत्र में ब्लॉक स्तर और बीपीएम व बीसीपीएम, एसटीएस, एसटीएलएस संबंधित चिकित्सा अधीक्षक के नेतृत्व में एक कमेटी बनाई थी उसके साथ अभी हाल में ट्रेंड किए गए सीएचओ से उनके क्षेत्र के पब्लिक हेल्थ एक्शन युध्दस्तर और करवाएंगे। उन्होंने कहा कि सबसे ज्यादा ध्यान टीबी सिम्टम्स वाले मरीजों की जांच और अधिक बढ़ाने पर जोर दिया जाए।
कार्यक्रम में उप – जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ इमरान सिद्दीकी ने बताया कि टीबी यूनिट बन्नादेवी, डीटीसी का कार्य सबसे उत्तम है बाकी को भी यहां से सीख लेनी चाहिए, इसके अतिरिक्त कार्यक्रम की समीक्षा महामहिम राज्यपाल महोदया आनंदी पटेल द्वारा इसी माह की जानी है इसलिए सभी इंडिकेटर में सुधार करना आवश्यक है।
जिला कार्यक्रम समन्वयक सतेंद्र कुमार ने कहा कि एचआईवी, डायिबिटीज, यूडीएसटी, जीओ टेगिग के दौरान कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग करना अति आवश्यक है। उन्होंने बताया कि जनपद को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर 2025 तक टीबी मुक्त कराने का संकल्प लिया गया है।
समीक्षा बैठक में जिला कार्यक्रम समन्वयक के अलावा समस्त जिला पीपीएम समन्वयक एवं जिला टीबीएचआईवी समन्वयक डीटीसी हेड क्वार्टर, एसटीएलएस, एसटीएस के अलावा अन्य समस्त स्टाफ मौजूद रहा।