उपेंद्र शर्मा की रिपोर्ट
नोएडा । लैप्स हुई इंश्योरेंस पॉलिसी का निस्तारण कर कथित रूप से ठगी करने को लेकर एक महिला पुलिसकर्मी समेत पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है जबकि कुछ पुलिसकर्मी अभी फरार हैं। पुलिस उपायुक्त (जोन तृतीय) अभिषेक वर्मा ने एक प्रेस वार्ता में बताया कि साइबर सेल (ग्रेटर नोएडा) एवं थाना दादरी पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में इस ठगी गैंग के सदस्यों–दीपक कुमार, उसकी पत्नी प्रियंका (महिला कांस्टेबल), जितेंद्र उर्फ जीतू , विशाल त्यागी तथा हरेंद्र को गिरफ्तार किया है।
उन्होंने बताया कि ये अभियुक्त लोगों को फोन करके अपने आप को बीमा लोकपाल बताते थे तथा उनकी लैप्स हुई इंश्योरेंस पॉलिसी का निस्तारण करके उन्हें लगाये गये पैसे को कई गुना रिकवर कराने के नाम पर अपने जाल में फंसा लेते थे। वर्मा ने बताया कि इन बदमाशों ने ग्रेटर नोएडा में बीएचईएल के सेवानिवृत अधिकारी अशोक शर्मा से लैप्स पॉलिसी का निस्तारण कराने के नाम पर दो वर्ष में 80 लाख रुपए की ठगी कर चुके हैं।
उन्होंने बताया कि गिरफ्तार महिला कांस्टेबल प्रियंका जनपद शामली में तैनात है और वह अपने पति दीपक के साथ मिलकर इस गैंग को चलाती है। उन्होंने बताया कि जांच के दौरान पुलिस को पता चला है कि जनपद सहारनपुर में तैनात एक पुलिसकर्मी भी इस गैंग के साथ जुड़ा हुआ है। डीसीपी ने बताया कि जनपद गौतम बुद्ध नगर में तैनात उपनिरीक्षक रंजीत यादव ने इस गैंग के लोगों को पूर्व में पकड़ा था, लेकिन उन्होंने (यादव ने) जनपद सहारनपुर में तैनात एक पुलिसकर्मी के साथ सांठगांठ कर मोटी रकम रिश्वत के रूप में लेकर उन्हें छोड़ दिया था। उन्होंने बताया कि गैंग के लोगों ने अब तक सैकड़ों लोगों से करोड़ों रुपये की ठगी करने की बात स्वीकार की है।
उन्होंने बताया कि इस मामले में गिरफ्तार आरोपियों को रिश्वत लेकर छोड़ने की बात चर्चा में आई है। उनके अनुसार उपनिरीक्षक रंजीत यादव को निलंबित कर मामले की जांच सहायक पुलिस आयुक्त ग्रेटर नोएडा तृतीय को सौंपी गई है। उन्होंने बताया कि अगर और पुलिसकर्मियों की भूमिका इसमें पाई जाती है तो उनके खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जाएगी। वर्मा ने कहा कि पुलिस ने आरोपियों के पास से आठ मोबाइल फोन, छह सिम कार्ड, चार एटीएम कार्ड, पांच डायरियां, चार डेटाशीट, दो मोहरे तथा दो आधार कार्ड बरामद किया है।