राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम : गोद लिए टीबी मरीजों को बांटी पोषण सामग्री
संजय सोनी की रिपोर्ट
अलीगढ़ । राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत जिले में बुधवार को प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान के तहत मोहनलाल गौतम राजकीय महिला चिकित्सालय परिसर में मुख्य चिकित्सा अधीक्षिका एवं स्वास्थ्य विभाग के चिकित्सकों ने टीबी के 50 मरीजों को गोद लोकर पोषण सामग्री वितरित की। साथ ही स्वास्थ्य विभाग ने पुष्टाहार के साथ-साथ नियमित रूप से दवा खाने के लिए क्षय रोगियों को प्रेरित करने की जिम्मेदारी ली है।
इस दौरान मुख्य चिकित्सा अधीक्षिका डॉ. रेनू शर्मा ने बताया कि महिला चिकित्सालय अस्पताल में टीबी उन्मूलन के सम्बन्ध में कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमें महिला चिकित्सालय की ओर से 50 टीबी मरीजों को गोद लिया गया। उनका कहना है कि क्षय रोगियों को प्रति माह खाने की पौष्टिक वस्तुएं देने का संकल्प लिया गया। इसी क्रम में चिकित्सालय के सभी कर्मचारियों ने सहयोग किया। साथ ही उन्होंने कहा कि विभाग के पास सहयोगी संस्थाओं के नम्बर है। आगे भी प्रति माह पोषण सामग्री वितरित करते रहेगें। इससे जनता में टीबी मरीजों को गोद लेने के लिए प्रेरणा मिलेगी।
जिला क्षय रोग अधिकारी (डीटीओ) डॉ. अनुपम भास्कर ने बताया कि टीबी मरीजों को गोद लेने वालों में मोहनलाल गौतम राजकीय महिला चिकित्सालय की मुख्य चिकित्सा अधीक्षिका व चिकित्सक शामिल हैं। उन्होंने बताया कि वर्ष 2025 तक देश को टीबी मुक्त कराने के संकल्प के लिए प्रत्येक टीबी मरीज को गोद लिया जाए और उन मरीजों की देखभाल की जाए और साथ ही पोषण भी वितरित किया जाए। उन्होंने कहा कि जितने भी चिकित्सक व पैरामेडिकल स्टाफ कार्यरत हैं, उनको भी कम से कम एक या उससे अधिक टीबी मरीजों को गोद लेने का कार्य करना चाहिए। जिससे की 2025 तक टीबी मुक्त भारत बनाने में मदद मिले।
डीटीओ ने कहा – कि टीबी कोई लाइलाज बीमारी नहीं है। सही समय पर उपचार कराने, नियमित दवा और पौष्टिक आहार का सेवन करने से टीबी से छुटकारा आसानी से मिल सकता है। साथ ही परिवार के अन्य सदस्यों में भी इस बीमारी के प्रसार को रोकें। उन्होंने क्षय रोगियों से आह्वान किया कि सार्वजनिक स्थानों पर जाते समय मास्क का प्रयोग अवश्य करें। इससे टीबी संक्रमण के फैलाव को रोकने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि क्षय रोग का सम्पूर्ण इलाज ही अहर्ता प्राप्त चिकित्सक की देखरेख में ही पूर्ण कराये। ताकि समय पर लक्षणों की सही पहचान कर टीबी से जंग जीत हासिल की जा सके।
उप जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. इमरान सिद्दीकी का कहना है कि विभाग लगातार टीबी मरीजों की खोज करने में जुटा हुआ है। वहीं उन्होंने गोद लिए मरीजों से कहा कि इलाज के दौरान किसी भी तरह की परेशानी आने पर क्षय रोग विभाग से सम्पर्क करें। जिला कार्यक्रम समन्वयक सतेन्द्र कुमार ने बताया इस वर्ष कि जनवरी से अब तक कुल 12758 क्षय रोग के मरीज ढूंढने गए हैं, जो कि स्टेट द्वारा जनवरी माह से दिसम्बर माह तक दिए गए लक्ष्य 12500 से ज्यादा हैं।
लाभार्थी स्वाती के पिता जितेन्द्र अलीगढ़ स्थित निवासी हैं उन्होंने बताया कि पिछले अक्टूबर माह से उनकी बेटी स्वाती का क्षय रोग का निःशुल्क उपचार चल रहा है। मुख्य चिकित्सा अधीक्षिका द्वारा उनकी बेटी को गोद लिया गया। जिसमें पोषण सामग्री भी वितरित कराई गई। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा बेहतर तरीके से इलाज किया जा रहा है और समय रहते उनको पोषण सामग्री व दवाई भी उपलब्ध कराई जा रही है।
इस अवसर पर डॉ. पीके शर्मा, डॉ. तैयब एवं डीआईओ मैनेजर मुनाजिर हुसैन, जिला पीपीएम कोऑर्डिनेटर पीयूष अग्रवाल व डेविड कुमार शाही, कुलदीप शर्मा, विशाल विक्रम सिंह, देश दीपक, संजय सिंह, एलटी रेखा और अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।