रोहित सिंह जादौन की रिपोर्ट
अलीगढ । महानगर के मध्य स्थित भव्य श्री वार्ष्णेय मंदिर पर अक्षय नवमी के शुभ अवसर पर महिलाओं ने आंवला पूजन व तुलसी माता का पूजन कर 108 परिक्रमा की और भगवान विष्णु से अपने परिवार की खुशियाँ मांगीं । श्री वार्ष्णेय मंदिर के प्रवक्ता भुवनेश वार्ष्णेय आधुनिक के अनुसार अक्षय नवमी पर प्रातः 9 बजे से ही महिलाओं ने आंवला पूजन किया । ऐसी मान्यता है कि अक्षय नवमी को आंवले के पेड़ की पूजा की जाती है, क्योंकि ऐसा माना जाता है कि आंवले के पेड़ में सदैव भगवान विष्णु वास करते हैं।
आंवला नवमी पर लोग पवित्र नदी में स्नान, ध्यान, दान आदि करके भगवान से हर मनोकामना को पूरी करने के लिए प्रार्थना करते हैं । वहीं दूसरी तरफ इसकी छाया में भोजन करने और आंवले के सेवन से शरीर व मन दोनों ही ठीक रहता है। आंवला नवमी पर आंवले के पेड़ के नीचे पका हुआ भोजन खाने से भगवान विष्णु का आशीर्वाद प्राप्त होता है। आंवले के पेड़ की 108 परिक्रमा कर दान करने से मनवांछित फल की प्राप्ति होती है । परिवार कष्टों से दूर रहकर निरोगी रहता है । साथ मे तुलसी माता की भी पूजा भी महिलाओं ने पारम्परिक रूप से की ।
इस अवसर पर श्री वार्ष्णेय मंदिर के महंत पंडित मनोज मिश्रा और पंडित महेश ब्रह्मचारी ने वैदिक रीति से मंत्रोच्चार के मध्य पूजन कराया ।
इस अवसर पर पार्षद अलका गुप्ता , उमा वार्ष्णेय , सरिता वार्ष्णेय , ममता गुप्ता , वंदना वार्ष्णेय , दीपिका वार्ष्णेय आधुनिक , अंजना वार्ष्णेय , अंजू वार्ष्णेय , नीरू स्क्रेप , संध्या वार्ष्णेय , मंजू वार्ष्णेय , निशा वार्ष्णेय , किरन वार्ष्णेय , दामिनी वार्ष्णेय , प्रीति वार्ष्णेय आदि ने पूजन कर भगवान विष्णु का आशीर्वाद प्राप्त किया ।