चिकित्सकों ने जाँची गर्भवती की सेहत एनीमिया प्रबंधन व सामान्य एवं सुरक्षित प्रसव के लिए दिए जरूरी सुझाव
नीरज जैन की रिपोर्ट
फर्रुखाबाद । हर माह की 24 तारीख को मनाया जाने वाला प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान इस बार 28 अक्टूबर आयोजित हुआ। मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में कमी लाने के उद्देश्य से जिले की चार प्रथम संदर्भन इकाई (एफआरयू) कायमगंज, राजेपुर, कमालगंज और डॉ राममनोहर लोहिया चिकित्सालय महिला में मनाया गया। यह कहना है अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी और आर सी एच के नोडल अधिकारी डॉ दलवीर सिंह ने बताया कि इस मौके पर स्त्री रोग विशेषज्ञों की देखरेख में गर्भवती की प्रसव पूर्व की सम्पूर्ण जांच कर उनका टीकाकरण किया गया।
विटामिन, आयरन-फोलिक एसिड व कैल्शियम वितरित कर महिलाओं को प्रसव पूर्व व प्रसव उपरांत संतुलित और पौष्टिक आहार लेने, साफ-सफाई रखने, समय-समय पर चिकित्सकीय परामर्श लेने और प्रसव संस्थागत कराने के लिए प्रेरित किया गया। इस दौरान सीएचसी कमालगंज पर तैनात स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ कृतिका ने गर्भवती की एएनसी (प्रसव पूर्व जांच) की। इस दौरान महिलाओं का अल्ट्रासाउंड, वजन, हीमोग्लोबिन, ब्लड-प्रेशर, ब्लड-शुगर, एचआईवी, हेपेटाइटिस-बी व पेट की जांच की गयी ।
जांच के दौरान महिलाएं उच्च जोखिम वाली गर्भावस्था की पाई गयी। महिलाओं को आयरन-सुक्रोज लगाया गया और उन्हें दवा के नियमित सेवन के साथ विशेष देखभाल रखने और समय-समय पर चिकित्सकीय परामर्श लेते रहने की सलाह दी गई। सीएचसी कमालगंज के प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ शोभित शाक्य ने बताया कि किसी गर्भवती में यदि सात ग्राम से कम हीमोग्लोबिन होता है, तो उसको सीवियर एनीमिया की स्थिति में रखा जाता है ।
गर्भावस्था के समय महिलाओं को कम से कम चार प्रसव पूर्व जांच करानी चाहिए और नियमित चिकित्सीय सलाह लेते रहना चाहिए । उन्होंने बताया कि गर्भवती को हरी साग-सब्जियों, अंकुरित चना एवं दाल, गुड़ आदि का अधिक से अधिक सेवन करना जरूरी होता है । जिला मातृ स्वास्थ्य परामर्शदाता अतुल गुप्ता ने बताया कि जिले के चार (एफआरयू) कायमगंज में 35 , राजेपुर में 25 , कमालगंज 10 और डॉ राममनोहर लोहिया चिकित्सालय महिला में 72 गर्भवती की जाँच की गई । इसमें से कायमगंज में 11 , राजेपुर में 5 ,कमालगंज में 3 और डॉ राममनोहर लोहिया चिकित्सालय महिला में 10 महिलाएं उच्च जोखिम गर्भावस्था (एचआरपी) वाली निकली । इनको उचित सलाह और दवा दी गई ।
अतुल ने बताया कि जिले में अप्रैल 2022 से अब तक 9459 महिलाओं की प्रसव पूर्व जांचें हुई जिसमें से 2747 महिला उच्च जोखिम गर्भावस्था की मिली, जिसमें से 973 महिलाओं का सुरक्षित प्रसव कराया जा चुका है । ब्लॉक कमालगंज के ग्राम हुसैनगंज की रहने वाली 21 वर्षीय मनीषा ने बताया कि मेरे पहला बच्चा होने को है जॉच करने पर पता चला कि मेरा ब्लड प्रेशर बढ़ा हुआ है । मुझे दवा देने के साथ ही बताया गया कि तनाव न लें नहीं तो यह आपके और होने वाले बच्चे के स्वास्थ्य पर असर डालेगा ।
इसी ब्लॉक के ग्राम मधवापुर की रहने वाली 22 वर्षीय पिंकी के पहला बच्चा होने को है । पिंकी ने बताया कि मेरी सभी जांचे की गईं मुझे कोई भी परेशानी नहीं निकली । मुझसे प्रसव सरकारी अस्पताल में कराने के लिए कहा गया और आयरन और कैल्सियम की गोली खाने के लिए दी गई । इस दौरान बीपीएम ज्योति, टीएसयू से रिजवान अली,नर्स मेंटर नमिता, स्टॉफ नर्स शानू, प्रियंका और गर्भवती महिलाएं मौजूद रहीं ।