जिले के सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर मनाया गया अंतरराष्ट्रीय हाथ धुलाई दिवस
नीरज जैन की रिपोर्ट
फर्रुखाबाद । ज़िले के सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर शनिवार को समुदाय को जागरूक करने के लिए ग्लोबल हैंडवाशिंग डे (विश्व हाथधुलाई दिवस) मनाया गया । इसी क्रम में सीएचसी राजेपुर में सीएचसी प्रभारी डॉ प्रमित राजपूत के निर्देशन में ग्लोबल हैंडवाशिंग डे मनाया गया । मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ अवनीन्द्र कुमार का कहना है कि हाथों को स्वच्छ रखकर कोरोना ही नहीं बल्कि कई अन्य तरह की संक्रामक बीमारियों से बचा जा सकता है, क्योंकि हाथों के जरिये मुंह व नाक के रास्ते कई बीमारियाँ शरीर के अन्दर प्रवेश कर जाती हैं ।
अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी और आरसीएच नोडल डॉ दलवीर सिंह ने बताया कि हाथ धुलने की आदत आपको कई बीमारियों से बचा सकती है। हमारे हाथों में अनदेखी गंदगी होती है जब भी हम किसी वस्तु को छूते हैं या किसी वस्तु के संपर्क में आते हैं तो वह गंदगी हाथों में छुप जाती है । इसलिए बिना हाथ धोए खाद्य एवं पेय पदार्थ के सेवन से शरीर के अंदर कई बीमारियां जन्म ले लेती है।
डॉ राममनोहर लोहिया चिकित्सालय महिला में तैनात बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. शिबाशीश उपाध्याय का कहना है कि शून्य से पांच वर्ष तक के बच्चों की होने वाली कुल मौत में करीब 17 प्रतिशत निमोनिया और 13 प्रतिशत डायरिया की चपेट में आने से होती हैं । शुरूआती दिनों में बच्चे इन्हीं दोनों बीमारियों की चपेट में कई-कई बार आते हैं क्योंकि वह इधर-उधर चीजों को छूने के बाद ऊँगली मुंह में डाल लेते हैं या तो उन्हीं अनदेखी गंदगी से भरे हाथों से कुछ खा-पी लेते हैं और वही डायरिया का प्रमुख कारण बनता है ।
सीएचसी राजेपुर के प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ प्रमित ने बताया कि यह ध्यान रहे कि मां बच्चे को छूने व स्तनपान कराने से पहले, खाना बनाने व खाने से पहले, खांसने-छींकने के फ़ौरन बाद, बीमार व्यक्तियों की देखभाल के बाद और शौच के बाद साबुन-पानी से 40 सेकेण्ड तक अच्छी तरह से हाथों को अवश्य धुलें । इस दौरान बीपीएम रोहित सिंह साहित अन्य लोग मौजूद रहे ।
हाथों की सही सफाई ‘सुमन-के’ (एसयूएमएएन-के) ने समझाई :
साबुन-पानी से हाथों की सही तरीके से सफाई के छह प्रमुख चरण बताये गए हैं, जिसे सुमन-के विधि से समझा जा सकता है । एस का मतलब है पहले सीधा हाथ साबुन-पानी से धुलें, यू- फिर उलटा हाथ धुलें, एम-फिर मुठ्ठी को रगड़-रगड़कर धुलें, ए- अंगूठे को धुलें, एन-नाखूनों को धुलें और के- कलाई को अच्छी तरह से धुलें । इस विधि से हाथों की सफाई की आदत बच्चों में बचपन से ही डालनी चाहिए और उसकी अहमियत भी समझानी चाहिए ।
इन स्थितियों में हाथों की स्वच्छता का रखें खास ख्याल :
– खाना बनाने और खाना खाने से पहले
– शौच के बाद
– नवजात शिशु को हाथ लगाने से पहले
– खांसने या छींकने के बाद
– बीमार व्यक्तियों की देखभाल के बाद
– कूड़ा-कचरा निपटान के बाद