मनोचिकित्सक डा. डीपी सिंह ने बताये मानसिक रोगों के लक्षण
रेनू शर्मा की रिपोर्ट
बुलंदशहर । जिला अस्पताल में बुधवार को राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत मानसिक स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में करीब 98 व्यक्तियों ने स्वास्थ्य लाभ लिया। दवा व उपचार के साथ मरीजों की काउंसिलिंग भी की गई। शिविर में मरीजों के साथ आए परिजनों को मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूक किया गया।
जिला अस्पताल में आयोजित मानसिक स्वास्थ्य शिविर का शुभारंभ मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. विनय कुमार सिंह, मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डा. राकेश चन्द्रा ने संयुक्त रूप से किया। शिविर में मनोचिकित्सक सहित मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम की टीम ने मरीजों को मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूक किया।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ विनय कुमार सिंह ने बताया – विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस के तहत मानसिक स्वास्थ्य जागरूक सप्ताह का आयोजन किया जा रहा है। इस वर्ष की “थीम” है ‘मानसिक स्वास्थ्य को सभी के कल्याण के लिए वैश्विक स्तर पर प्राथमिकता दें’, जिसका मुख्य उद्देश्य जनमानस में मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता फैलाना है।
उन्होंने कहा- 16 अक्टूबर तक जिला स्तर पर विभिन्न गतिविधि व मानसिक शिविर आयोजित कर लोगों को जागरूक किया जाएगा। बुधवार को इसी क्रम में जिला अस्पताल में जागरूक शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में 98 मानसिक रोगियों ने उपचार का लाभ लिया। उन्हें मानसिक स्वास्थ्य के बारे में जागरूक भी किया गया। जनपद के जिला अस्पताल में बुधवार एवं शुक्रवार को मानसिक रोगियों की ओपीडी होती है। कोई भी मरीज नियत दिनों में ओपीडी का लाभ ले सकता है।
मनोचिकित्सक डा. डीपी सिंह ने बताया – नींद न आना, चिंता रहना, मायूसी, चिड़चिड़ापन,ज्यादा सोच विचार, आत्महत्या के विचार आना, नशे की लत, एक ही विचार का बार- बार आना आदि मानसिक रोगों के लक्षण हैं। उन्होंने कहा मानसिक रोग से बचाव के लिए नियमित व्यायाम, उचित खाना पान, पर्याप्त नींद, मनोरंजन आदि के माध्य्म से काफी हद तक बचा जा सकता है।