अन्नू सोनी की रिपोर्ट
अलीगढ़ । शारदोत्सव का पहला दिन – दुर्गा पूजा का पर्व देवी दुर्गा की बुराई के प्रतीक राक्षस महिषासुर पर विजय के रूप में मनाया जाता है । यह पूजा पश्चिम बंगाल में 5 दिन का महाउत्सव ,महाषष्टी ,महा सप्तमी, महाअष्टमी महानवमी और दशमी के रूप में मनाया जाता है ।
महाषष्टी के पवित्र दिवस पर दुर्गा बाड़ी मंदिर परिसर में मां दुर्गा के चेहरे से पर्दा हटा कर उनका आवाहन, प्राण प्रतिष्ठा और बोधन हुआ।
इस दिन मां दुर्गा के मां कात्यायनी रुप की पूजा होती है। सायंकाल 8:00 बजे दुर्गा मंदिर परिसर में “चंडी पाठ” एवं “आगमनी गीत” से कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। तत्पश्चात आनंद मेला का आयोजन हुआ। आगमनी गीतों में प्रतिभागियों के नाम है – श्रीमती शुभा बनर्जी ,श्रीमती रीमा मुखर्जी, नवनीता दास गुप्ता , चंदना बनर्जी , सोमा चटर्जी, दीपा, शोमा चंद्रा , बिपाशा मुखर्जी ,अनुश्रूति, चंदन चटर्जी , एवं शिराज शेख।
आनंद मेला में भोजन के स्टाल लगाने वालों के नाम निम्नलिखित हैं। टुम्पा विश्वास, सपना अधिकारी ,श्वेता चटर्जी ,रूबी बाग्ची ,तुष्टि घोष ,सुमी चटर्जी। मां के आगमन के लिए पूजा मंडप को सुसज्जित करने का कार्यभार संभाला भोलानाथ अधिकारी, श्रीमती शुभ्रा , आशु सारखेल, मनोज दास गुप्ता, जय,आकाश, प्रतीनभ दास गुप्ता इत्यादि।