अन्नू सोनी की रिपोर्ट
हाथरस । पूरे देश में सितंबर माह को पोषण माह के रूप में मनाए जाने के क्रम में गुरुवार को आंगनबाड़ी केंद्रों पर स्वस्थ बालक बालिका प्रतिस्पर्धा का आयोजन किया गया। जिसमें आंगनवाड़ी केंद्र पर पंजीकृत बच्चों का वजन किया गया। इसके अलावा सभी केंद्रों पर एक बच्चे को आदर्श बालक के रूप में चुना गया।
बाल विकास परियोजना अधिकारी सासनी धीरेंद्र उपाध्याय ने बताया गया कि इस गतिविधि का मुख्य उद्देश्य 5 साल तक के बच्चों के पोषण स्तर में सुधार लाना, पोषण की महत्ता पर जागरूकता बढ़ाना एवं एक स्वस्थ प्रतिस्पर्धा का वातावरण बनाना है। उन्होंने बताया कि आंगनबाड़ी केंद्रों पर पंजीकृत बच्चों में से स्वस्थ बच्चों को स्वस्थ्य बालक के रूप में चुना गया।
आंगनबाड़ी केंद्र पर आयोजित इस तरह के कार्यक्रमों के माध्यम से लोगों में पोषण को लेकर जागरूकता का प्रसार होगा। उन्होंने बताया कि जिलाधिकारी रमेश रंजन और मुख्य विकास अधिकारी साहित्य प्रकाश मिश्रा के निर्देशन में सभी आंगनबाड़ी केंद्रों पर इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
बाल विकास परियोजना अधिकारी ने आगे बताया कि स्वस्थ बालक-बालिका प्रतियोगिता के बाद ग्राम पंचायत स्तर पर आगामी 02 अक्टूबर को पुरस्कार वितरण समारोह आयोजित होगा। जिसमें प्रतियोगिता में स्वस्थ पाए गए बच्चों की रैंकिंग प्रथम, द्वितीय, तृतीय के रूप में की जाएगी।
बच्चों के अभिभावकों को प्रमाण पत्र दिए जाएंगे। उन्होंने बताया कि प्रतियोगिता में स्वस्थ पाए गए बच्चों को उनकी रैंकिंग के अनुसार आंगनबाड़ी केंद्र, स्थानीय स्तर पर निर्मित खिलौने आदि पुरस्कार के रुप में प्रदान किया जाएंगे। बाल विकास परियोजना अधिकारी धर्मेंद्र कुलश्रेष्ठ ने बताया
कि पोषण माह के दौरान विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि इसका उद्देश्य कुपोषण स्तर में कमी लाना है लाभार्थी डॉली ने बताया कि उन्हें आंगनबाड़ी केंद्र पर कई जानकारी दी जाती है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता द्वारा उन्हें हरी सब्जी, सहजन के फायदे बताए जाते हैं।