सभी माता पिता अपने बच्चे को पोलियो की खुराक अवश्य पिलाएं – सीएमओ
नीरज जैन की रिपोर्ट
फर्रुखाबाद। जिले में 18 सितंबर को पोलियो उन्मूलन कार्यक्रम के तहत शून्य से लेकर पांच वर्ष तक के सभी बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाई जाएगी । मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ अवनीन्द्र कुमार ने बताया कि जिले में पल्स पोलियो अभियान 18 सितंबर से 23 सितंबर तक चलाया जायेगा, स्वास्थ्य विभाग की टीमें घर- घर जाकर पोलियो की खुराक पिलाएँगी ।
सीएमओ ने कहा कि पोलियो की खुराक बच्चे को पोलियो की बीमारी से बचाता है। पोलियो बहुत अधिक संक्रामक है जो संक्रमित व्यक्ति के मल से फैलता है । सभी अपने बच्चे को पोलियो की खुराक अवश्य पिलाएं । जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ प्रभात वर्मा ने बताया कि पोलियो वायरस मुंह के रास्ते से नर्वस सिस्टम में पहुंच जाता है। इससे लकवा और यहां तक कि मृत्यु् तक हो सकती है।
भारत में पोलियो अब एक बड़ी समस्या नहीं रही है लेकिन फिर भी यहां पांच साल से कम उम्र के बच्चों के लिए पोलियो का टीका लेना जरूरी है। ऐसा इसलिए है क्योंकि अब भी दुनिया के कुछ देशों में पोलियो बचा है, इसलिए इन लोगों से भारत में इस बीमारी के आने का अंदेशा बना रहता है।
डॉ प्रभात ने बताया कि पोलियो का कोई इलाज नहीं है, लेकिन पोलियो की खुराक कई बार दिए जाने पर यह बच्चे को जीवन भर के लिए सुरक्षा प्रदान करता है। पोलियो रोग में पाँच वर्ष से कम उम्र के सभी बच्चों को ओपीवी यानि ओरल पोलियो वैक्सीन दिया जाता है। डीआईओ ने बताया कि 18 सितंबर से शुरू होने वाले पल्स पोलियों अभियान के दौरान 0 से 5 वर्ष तक के लगभग 2.81लाख बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाई जायेगी, इसके लिए
जिले में रविवार यानि 18 सितंबर को 911 बूथ लगाए जायेंगें । इसके अलावा 691 टीम, 14 मोबाइल टीम,31 ट्रांजिट टीम और 182 सुपर वाइजर को लगाया जाएगा । इसके बाद 19 सितंबर से 23 सितंबर तक छूटे हुए बच्चों को घर घर जाकर टीम पोलियो की खुराक पिलाएगी । साथ ही कहा कि इसके बाद भी जो बच्चे पोलियो की खुराक पीने से रह जाते है ।
उनको 26 सितंबर को बी टीम द्वारा खुराक पिलाई जायेगी इसके साथ ही यह भी बताया कि ईंट भट्टों और निर्माण साईट्स पर विशेष ध्यान रखा जायेगा क्योंकि वहाँ पर बच्चों के छूटने की अधिक संभावना रहती है।