अनुराग पांडेय की रिपोर्ट
अयोध्या । राम नगरी में बनाये जा रहे बिशेष चौराहों और प्रवेश द्वारों के नाम को पूर्ण करने वाले उपक्रम अयोध्या पहुंचने लगे है।
नगरी के कुछ साधु संतों द्वारा नामकरण का बिरोध करने के बावजूद नयाघाट लता मंगेशकर चौराहे पर लगने वाली माँ सरस्वती व लक्ष्मी जी का चित्र व बीणा अयोध्या पहुँच गयी है।
जो राम नगरी की शोभा बढायेगी और अपनी राम धुन से लोगो को अयोध्या में होने का एहसास करायेगी । नोएडा के पद्म श्री से सम्मानित मूर्तिकार ने लता मंगेशकर चौराहे की वीणा को निर्मित किया है ।
40 फुट लंबी है 14 टन वजनी है वीणा के साथ मां सरस्वती और माँ लक्ष्मी का चित्र भी अयोध्या के नया घाट लतामंगेशकर के नाम घोषित चौराहे पर स्थापित की जानी है।
यह आने वाले लाखों श्रद्धालुओं के लिए। आकर्षण का केंद्र होगा भगवान राम की पैड़ी से लगी इस बीणा के तार जब झंकृत होंगे तब आने वाले श्रद्धालुओं को राम नगरी में होने का एहसास कराएंगे।
स्वर कोकिला कही जाने वाली पार्श्व गायिका लता मंगेशकर के निधन के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या के प्रमुख नया घाट चौराहे का नाम लता मंगेशकर के नाम पर बनाये जाने की घोषणा किया था।
और नगर निगम ने नया घाट चौराहे को लता मंगेशकर चौक के नाम से बिकसित करने का काम शुरू किया है इसका उद्घाटन दीपोत्सव में मुख्यमंत्री करने वाले है जंहा से स्व0 लता जी के स्वर सुनाई देंगे।