परिवार कल्याण कार्यक्रम की सुविधाएं लोगों तक पहुंचाने के लिए जागरूकता और प्रोत्साहन जरूरी है : अपर निदेशक
अन्नू सोनी की रिपोर्ट
अलीगढ़ । अपर निदेशक चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण (एडी हेल्थ) कार्यालय के सभागार में गुरुवार को नवीन जनसंख्या नीति एवं अनमेड नीड पर चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण एवं यूपीटीएसयू के सहयोग से एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित हुई। कार्यशाला में लखनऊ से आए यूपीटीएसयू के परिवार नियोजन विशेषज्ञ डॉ. अरशद सिद्दीकी ने प्रस्तुतीकरण के माध्यम से परिवार कल्याण के अंतर्गत आधुनिक अस्थायी व स्थायी गर्भनिरोधक साधनों के उपयोग की समीक्षा
करते हुए कार्यशाला में चारों जनपद के नोडल अधिकारियों को सुधारात्मक उपायों से अवगत कराया। इस मौके पर अपर निदेशक चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण के एडी हेल्थ डॉ. वीके सिंह व मंडलीय सर्विसलेंस अधिकारी डॉ. देवेंद्र वार्ष्णेय ने परिवार कल्याण कार्यक्रम सुदृढ़ीकरण व जनसंख्या नीति वर्ष 2021-2030 पर रणनीतियों को लेकर विस्तार से चर्चा की गई। उन्होंने बताया कि परिवार कल्याण कार्यक्रम की सुविधाएं लोगों तक पहुंचाने के लिए जन-जन जागरूकता और प्रोत्साहन जरूरी है।
अपर निदेशक ने मंडल के चारों जिलों के नोडल अधिकारियों को परिवार नियोजन सम्बंधित सेवाओं में चेतावनी दी है, जिनमें सेवाओं में सुधार के लिए जिलों में परिवार नियोजन सेवाओं की तुलना में बेहतर कार्य किया जा सके। एडी हेल्थ डॉ. वीके सिंह ने कहा – कि मंडल के समस्त जिलों में परिवार नियोजन में सुधार के लगातार प्रयास किए जा रहे हैं।
उन्होंने सितम्बर माह में समस्त जिलों के प्रत्येक ब्लॉक स्तर पर 100 महिला व पुरुष नसबंदी कराने के लिए जनपद को 1200 व 800 एटा को 800, हाथरस को 700, कासगंज को 700 का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। उन्होंने बताया कि मिशन परिवार विकास के अंतर्गत नवीन एवं पुनरीक्षित योजनाओं, विभिन्न कार्य प्रदायक कर्मियों की भूमिका एवं कार्य दायित्व तथा अनुश्रवण गतिविधियों से संबंधित विस्तृत दिशा-निर्देश शासन से जारी कर दिए गए हैं।
मंडलीय सेर्विसलेंस अधिकारी डॉ. देवेंद्र वार्ष्णेय ने कहा कि जनसंख्या नीति का मुख्य उद्देश्य प्रदेश में जनसंख्या के लक्ष्य को हासिल करना, मातृ मृत्यु और रुग्णता को खत्म करना, जन्म से पांच वर्ष तक के नवजात, शिशु और बाल मृत्यु दर में निरंतर कमी लाना और पोषण स्तर में सुधार लाना, किशोरावस्था के लिए यौन प्रजनन स्वास्थ्य व पोषण में सुधार लाना एवं वृद्धजन की देखभाल और उनके कल्याण में सुधार लाना है।
परिवार नियोजन विशेषज्ञ डॉ. बृजेश कुमार ने कहा – कि वर्तमान में जारी हुए राष्ट्रीय फैमिली हेल्थ सर्वेक्षण एनएफएचएस के अनुसार गर्भनिरोधक साधनों में अंतर गुणवत्तापूर्ण सुधार हुआ है, लेकिन हमें जमीनी स्तर पर सुविधाओं के लिए अनुश्रवण व मूल्यांकन करना बेहद आवश्यकता है।
इस अवसर पर अपर निदेशक डॉ. वीके सिंह/मंडलीय सर्विसलेंस अधिकारी डॉ. देवेंद्र वार्ष्णेय समेत मंडल के समस्त नोडल अधिकारी, डीपीएम/डीसीपीएम, परिवार नियोजन विशेषज्ञ व फैमिली प्लानिंग लॉजिस्टिक मैनेजर एवं टीएसयू के डीएफपीएस महरोज तस्लीम सिद्दीकी के साथ बैठक में अन्य स्टाफ मौजूद रहे।