अन्नू सोनी की रिपोर्ट
अलीगढ़ । सच्चा प्रशासक वही है जो कठोरता के साथ दयालुता का भी भाव रखे। कुशल प्रशासनिक क्षमता के साथ दयालुता का गुण जिलाधिकारी इंद्र विक्रम सिंह में सदैव ही देखने को मिलता है। जिला मजिस्ट्रेट आई0वी0 सिंह जनता दरबार में कभी-कभी फरियादियों से स्पष्ट रूप से बोल देते हैं, जो मौके पर शायद खराब तो लगता होगा, परन्तु सच भी वही होता है।
वहीं परेशानी को समझ प्रोटोकॉल को तोड़कर मदद भी करते हैं। ऐसा ही एक मामला तब सामने आया जब जिलाधिकारी इन्द्र विक्रम सिंह सोमवार को रोज की भांति कलेक्ट्रेट में जनता दर्शन कर रहे थे, सराय हरनारायण निवासी संध्या उर्फ रेखा उनके कक्ष में आईं और मदद की गुहार लगाते हुए बताया कि उनके पति वीरू कुशवाहा असाध्य रोग से 1 वर्षीय पीड़ित हैं। काफी इलाज कराया परंतु अब उनके पास पैसा नहीं है। परिवार भी भुखमरी के कगार पर है।
दयालु हृदय वाले जिलाधिकारी इंद्र विक्रम सिंह ने प्रकरण को समझ तत्काल मुख्य चिकित्सा अधिकारी से चिकित्सकीय परामर्श के अनुसार इलाज कराए जाने के निर्देश दिए। वह यहीं नहीं रुके, उन्होंने रेडक्रास सोसाइटी से रुपया 5000 की आर्थिक मदद के साथ ही जिला पूर्ति अधिकारी को राशन कार्ड बनाए जाने के निर्देश देते हुए परिवार को खाने का भी प्रबन्ध कराया। आर्थिक मदद और भोजन का प्रबंध होने पर सन्ध्या की खुशी का ठिकाना न रहा।
इसी प्रकार से एक दूसरा मामला सामने आया कि एक समाजसेवी संदीप सक्सेना जिलाधिकारी से मिले। उन्होंने बताया कि एक मंदिर की पुजारिन जो अत्यंत ही गरीब और बीमार है। परिवार में उनका कोई नहीं है। इस नाते वह मदद की गुहार लेकर आपके पास आए हैं कि उनका समुचित इलाज हो जाए। जिस पर जिलाधिकारी ने सीएमओ डॉ. नीरज त्यागी को दूरभाष पर वृद्ध पुजारिन शकुंतला को पंडित दीनदयाल उपाध्याय संयुक्त चिकित्सालय में भर्ती कराने के साथ ही रोगी को मुख्यमंत्री सहायता कोष से मदद के लिए औपचारिकताएं पूर्ण कराने के निर्देश दिए हैं।